बिग ब्रेकिंग : आखिरकार नहीं बच पाए डीईओ, घर पर अहले सुबह पड़ा विजिलेंस का छापा, मिला एक करोड़ सतासी लाख रुपये इनके आय से अधिक, शिक्षा विभाग के कई और अधिकारी भी विजिलेंस की रडार पर

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LIVE NEWS 24×7 के लिए कैलाश गुप्ता की रिपोर्ट :

बिहार : बेतिया में जिला शिक्षा पदाधिकारी के आवास पर विजिलेंस की छापेमारी चल रही है। पटना से पहुंची विजिलेंस की टीम अहले सुबह से डीईओ रजनीकांत प्रवीण से पूछताछ कर रही है। भारी मात्रा में कैश मिलने के कारण नोट गिनने वाली मशीन भी मंगाई गई है। बताया जा रहा है कि अभी तक भारी मात्रा में कैश बरामद हुआ है। फिलहाल अंदर पुलिस बल तैनात है।

गौरतलब हो कि पटना की विजिलेंस टीम गुरुवार की अहले सुबह जिला शिक्षा पदाधिकारी बेतिया के आवास पर छापेमारी करने पहुंची है। जहां स्पेशल विजिलेंस इकाई यानी एसवीयू की टीम ने सुबह सुबह बेतिया के जिला शिक्षा पदाधिकारी के ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है। डीईओ के खिलाफ आय़ से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगा है। जानकारी के मुताबिक, डीईओ के ठिकानों से भारी मात्रा में कैश मिला है। कैश इतना अधिक है कि उसके लिए नोट गिनने की मशीन मंगानी पड़ी है। स्पेशल विजिलेंस इकाई की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, एसवीयू को खबर मिली थी कि बेतिया के जिला शिक्षा अधिकारी रजनी कांत प्रवीण 2005 से अब तक की अवधि के दौरान अवैध रूप से भारी चल और अचल संपत्ति अर्जित की है। रुपये का लगभग 1,87,23,625/- जो उनकी आय से अधिक है।

                                                                                                                                   किसी ने खूब लिखा है.. 

रजनी कांत प्रवीण बिहार प्रशासनिक सेवा के 45वें बैच के अधिकारी हैं। जिला शिक्षा पदाधिकारी बेतिया के पद पर लगभग 3 सालों से पदस्थापित हैं। यह वर्ष 2005 में सेवा में शामिल हुए और दरभंगा, समस्तीपुर और बिहार के अन्य जिलों में शिक्षा अधिकारी के रूप में काम किया। उनकी कुल सेवा अवधि लगभग 19-20 वर्ष है। रजनी कांत प्रवीण की पत्नी शुष्मा कुमारी एक संविदा शिक्षिका थीं, जिन्होंने अपनी सेवा छोड़ दी थी और वर्तमान में ओपन माइंड बिड़ला स्कूल, दरभंगा के निदेशक/वास्तविक मालिक के रूप में कार्य कर रही हैं और रजनी कांत प्रवीण के अवैध रूप से अर्जित धन के वित्तीय समर्थन/निवेश के साथ इस संस्थान को चला रही हैं। एसवीयू के मुताबिक, रजनी कांत प्रवीण और उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर पटना, दरभंगा, मधुबनी और मुजफ्फरपुर में कई करोड़ रुपये की जमीन/फ्लैट हैं। जिसकी कीमत 2,92,92,225 रुपए के करीब है। रजनी कांत प्रवीण और उनकी पत्नी ने अवैध तरीके से कमाई की है। जो या तो उसके स्वयं के नाम पर या उसके परिवार के सदस्यों के नाम पर, जो कि भ्रष्ट और अवैध तरीकों से अवैध रूप से अर्जित किया गया है।

दरअसल, स्पेशल निगरानी इकाई को बेतिया के जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की लगातार शिकायत मिल रही थी। शुरुआती जांच के दौरान आरोप सही पाए जाने के बाद एसवीयू ने कोर्ट से अनुमति मांगी और कोर्ट के आदेश के बाद स्पेशल विजिलेंस की टीम ने गुरुवार की सुबह डीईओ के ठिकानों पर एकसाथ छापेमारी शुरू कर दी। सुबह सुबह छापेमारी से जिले के शिक्षा विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। स्पेशल विजिलेंस यूनिट की टीमें एक साथ डीईओ के कई ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं। सूत्रों के मुताबिक, शिक्षा विभाग के कई और अधिकारी भी विजिलेंस की रडार पर हैं। जिला शिक्षा पदाधिकारी के आवास पर पिछले एक घंटे से छापेमारी चल रही है। डीईओ रजनीकांत प्रवीण के बसंत विहार आवास पर छापेमारी की जा रही है। भारी मात्रा में कैश मिलने के बाद नोट गिनने की मशीन में अंदर ले गई है।

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