Live News 24×7 के लिए कैलाश गुप्ता की रिपोर्ट।
मोतिहारी। दरभंगा के डीईओ-डीपीओ के निलंबन के बाद अब मोतिहारी के दो डीपीओ को कार्रवाई के अधीन किए जाने का मामला काफी चर्चा में है। दैनिक पारिश्रमिक पर कार्यरत तत्कालीन डाटा इंट्री ऑपरेटर दिवेश कुमार के विरुद्ध लगे आरोपों को नजरअंदाज करना और उन्हे बचाने की नियत से पक्षपात करना अब दोनों डीपीओ को भारी पड़ने लगी है।
विभागीय निदेशक प्रशासन सुबोध कुमार चौधरी ने अपने पत्र 237 व 238 दिनांक 28.11.24 से मोतिहारी के डीपीओ समग्र शिक्षा श्री हेमचंद्र व योजना एवं लेखा के डीपीओ अखिल वैभव के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के अधीन रखते हुए तीन माह में संचालन पदाधिकारी को प्रतिवेदन सौंपने का निर्देश दिया है।
मोतिहारी के दो जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को विभागीय कार्रवाई के अधीन करना और दरभंगा के जिला शिक्षा पदाधिकारी व जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सम्रग शिक्षा को निलंबन करना यह स्पष्ट करता है कि विभाग के अपर सचिव एस सिद्धार्थ के द्वारा प्रशासनिक पदाधिकारियों को क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक के पद का प्रभार सौंपने का निर्णय बहुत ही सार्थक है। इसका ताजा प्रमाण राज्य के दरभंगा प्रमंडल के आयुक्त के सचिव ने अपने क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक के पदीय दायित्वओं के प्रति तत्परता दिखाते हुए यह साबित कर दिया है कि दोषी बक्शे नही जाएंगे।
क्या है मामला :
गौरतलब हो कि डाटा ऑपरेटर (सेवामुक्त) के विरद्ध कई आरोप लगाते हुए शिक्षा विभाग के एक संवेदक आनंद किशोर सिंह के द्वारा अपर मुख्य सचिव बिहार को विगत चार वर्ष पूर्व आवेदन देकर करवाई की मांग की गई थी। कार्रवाई में विलंब और निचले स्तर पर आरोपी देवेश कुमार को बचाने, जांच व कार्रवाई में शिथिलता बरतने के कारण उक्त मामले में स्वतः संज्ञान लेते हुए जदयू शिक्षा प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश महासचिव व वर्तमान राज्य निदेशक, एन्टी करप्शन फाउंडेशन ऑफ इंडिया, बिहार, के द्वारा जिलाधिकारी सहित शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कार्रवाई की मांग किया गया है।
इसी क्रम में जिलाधिकारी के निदेशानुसार डीपीओ सम्रग शिक्षा द्वारा विगत दिनों डाटा ऑपरेटर दिवेश कुमार को सेवामुक्त कर दिया गया। श्री दिवेश की सेवामुक्ति पत्र भी मात्र दो शब्दों में जारी की गई। पत्र में मात्र यह कहा गया है कि अब आपकी आवश्यकता नहीं है इसलिए आपकी सेवा समाप्त की जाती है। जबकि श्री दिवेश के विरुद्ध दर्जनों मामले डीपीओ समग्र शिक्षा के समक्ष ही लंबित है। जिसके आलोक में ही बिहार शिक्षा परियोजना के निदेशक के पत्रानुसार क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक तिरहुत के प्रतिवेदन के आलोक में मोतिहारी शिक्षा विभाग ने दोनों डीपीओ हेमचंद्र समग्र शिक्षा और योजना एवं लेखा के अखिल वैभव के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करने का आदेश जारी किया है।
विदित हो कि शिक्षा विभाग द्वारा दरभंगा के जिला शिक्षा पदाधिकारी समर बहादुर सिंह और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सम्रग शिक्षा, रवि कुमार के द्वारा बेंच डेस्क, समरसेबुल पम्प, फैब्रिकेटेड भवन निर्माण, व्हीलचेयर क्रय एवं भवन मरम्मती में भारी पैमाने पर उगाही करने, टीआर 1 और 2 के काउंसिल में भ्रष्टाचार करने, अवैध उगाही करने के लिए एम०एल० एकेडमी में समानांतर जिला शिक्षा कार्यालय संचालित किए जाने तथा परीक्षा शाखा एम०एल० एकेडमी विद्यालय में संचालित कराए जाने के पठन-पाठन बाधित रहने जैसे गंभीर आरोप के विरुद्ध विभागीय निदेशक प्रशासन सुबोध कुमार चौधरी ने अपने पत्र संख्या 233 व 234 दिनांक 28.11.24 से जिला शिक्षा पदाधिकारी समर बहादुर सिंह और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सम्रग शिक्षा रवि कुमार को निलंबित कर मुख्यालय जन शिक्षा कार्यालय पटना किया है।
वही सूत्रों की माने तो मोतिहारी के अन्य अधिकारी भी विभागीय कारवाई के रडार में है, क्योंकि जिस कारण दरभंगा के डीईओ-डीपीओ निलंबित किए गए है वैसा ही मामला जैसे- बेंच डेस्क, समरसेबुल पम्प, फैब्रिकेटेड भवन निर्माण, व्हीलचेयर क्रय एवं भवन मरम्मती आदि में भारी पैमाने पर अनियमितता हुई है, जिसकी जांच चल रही है।
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