- चंद्र भूषण पांडे बनाए गए भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ के जिला अध्यक्ष ,सागर सूरज बने महासचिव
अशोक वर्मा
मोतिहारी : नगर के रेड क्रॉस भवन में भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ का जिला अधिवेशन हुआ जिसमें पत्रकारों के समक्ष आई चुनौती पर खुलकर बातें हुई। जिले के इतिहास में प्रथम बार प्रिंट ,इलेक्ट्रॉनिक एवं सोशल मीडिया के सैकड़ों पत्रकारों ने कार्यक्रम में भाग लेकर पत्रकारिता के समक्ष दिनों दिन बढ़ती समस्यायों को रखा। कार्यक्रम का उद्घाटन जिला परिषद अध्यक्ष ममता राय, वरिष्ठ पत्रकार चंद्र भूषण पांडे, वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव कुमार उर्फ पप्पू दुबे, सागर सूरज ने दीप प्रज्वलित कर किया।
विषय प्रवेश करते हुए आयोजक सागर सूरज ने कहा कि वर्तमान समय पत्रकारिता एक चुनौती बनती जा रही है लेकिन चंपारण की क्रांति भूमि के पत्रकार उसे एक चैलेंज के रूप में स्वीकार कर रहे हैं। उन्होंने विषय को विस्तार से रखा । टाइम्स ऑफ इंडिया के वरिष्ठ पत्रकार चंद्र भूषण पांडे की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम मे प्रथम वक्ता के रूप में अशोक वर्मा ने कहा कि पत्रकारिता क्षेत्र में आने वाले तमाम लोग स्वविवेक, स्वनिर्णय एवं सामाजिक बदलाव के उद्देश्य को लेकर आये हैं उन्हें अपने बचपन के दिन को नहीं भुलाना है। लाख चुनौती आये लेकिन एक चरित्रवान पत्रकार के रूप में समाज को दिशा देने का काम करते रहना है ।वर्तमान समय तीनों खंभे कमजोर हो चुके हैं और पत्रकारिता पर बड़ी जिम्मेवारी आ गई है जिसे हम लोगों को पूर्ण करना है। मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित करते हुए राजीव राजीव कुमार दुबे उर्फ पप्पू दुबे ने कहा कि मैं पत्रकारों को हमेशा न्याय दिलाने के लिए तत्पर रहता हूं। पत्रकारों को भी अपने लिए खुद नियम और मर्यादा तय करनी होगी। वैसे जहां चारों तरफ भ्रष्टाचार का बोलबाला है उस माहौल में जो लोग पत्रकारिता कर रहे हैं वे निश्चित रूप से समाज के लिए आदर के पात्र हैं। उन्होंने घोषणा की कि पत्रकारिता से संबंधित मुकदमा हो या किसी भी पत्रकार का व्यक्तिगत घरेलू प्रताड़ित करने का मुकदमा हो हर तरह के मुकदमा को लड़कर मैं मुफ्त में उन्हें नया दिलाऊंगा। जिला परिषद अध्यक्ष ममता राय ने शुभकामना व्यक्त करते हुए कहा कि मेरे स्तर पर पत्रकारों को जो भी सहयोग चाहिए मैं हमेशा उनके लिए हाजिर हूं। अध्यक्षीय भाषण में चंद्र भूषण पांडे ने कहा कि पहले की पत्रकारिता दूसरी तरह की थी अधिकारी और प्रशासन के लोग सहयोग भी करते थे लेकिन अब वे पत्रकारों को देखकर भड़क जा रहे हैं क्योंकि वर्तमान समय सारे सिस्टम के लोग गिर चुके हैं ।
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में वरिष्ठ पत्रकारों को सम्मानित किया गया साथ साथ संगठन पर विस्तार से चर्चा हुई जिसका संचालन राकेश ओझा ने किया उन्होंने बताया कि देश के 18 राज्यों में यह संगठन कार्य कर रहा है तथा 150 पूर्व संपादक इसके सदस्य हैं ।आयोजक सागर सूरज ने एजेंडा पर विस्तार से बताया जिसमें कहा कि पत्रकार उत्पीड़न ,हमला ,व्यक्तिगत लड़ाई झगड़ा, पत्रकार पेंशन, प्रधानमंत्री पत्रकार बीमा योजना ,जर्नलिस्ट पेंशन स्कीम, रेलवे रियायत, पत्रकार सुरक्षा कानून, डिजिटल मीडिया एक्ट में संशोधन ,झारखंड समान बिहार में भी टोल फ्री करना, डिजिटल मीडिया को भी प्रिंट मीडिया का समान अधिकार मिले आदि प्रस्ताव रखते हुए कहा कि इन बिंदुओं पर हमें आगे की लड़ाई लड़नी है।
संबोधित करने वालों ने वरिष्ठ पत्रकार सुस्दिष्ट नारायण, वजैर अंजुम, डिजिटल इंडिया पुजारी मीडिया के संजीत कुशवाहा ,अनिकेत रंजन के अलावा अन्य कई प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सोशल मीडिया के पत्रकार थे।उक्तअवसर पर कैलाश गुप्ता के संपादकत्व में प्रकाशित क्राइम इंडिया मैगजीन का लोकार्पण अतिथि गणों के द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में कमेटी की घोषणा की गई इसके लिए अध्यक्ष चंद्र भूषण पांडे ,वरीय उपाध्यक्ष अशोक वर्मा, वजैर अंजूम नरेंद्र झा और राकेश कुमार बनाए गए। महासचिव सागर सूरज एवं सचिव सच्चीदा सत्यार्थी ,संयुक्त सचिव कैलाश गुप्ता, कोषाध्यक्ष राजेश कुमार सिंह, कानूनी सलाहकार राजीव कुमार दुबे, आलोक जी, एस के पंकज ,प्रवक्ता के रूप में अजीत कुमार कन्हैया ,तेजस्वी और प्रकाश जी बनाए गए। इसके अलावा अनुमंडल स्तर की कमेटी के लिए संजीव जायसवाल को अधिकृत किया गया जिनके द्वारा सभी 6 अनुमंडलो मे कमेटी बनाई जाएगी। कार्यक्रम के समापन पर कार्यक्रम स्थल से गांधी स्मारक तक के लिए चंद्रभूषण पांडेय की अध्यक्षता में जुलूस भी निकाला गया।जुलूस का नारा था पत्रकार उत्पीड़न बंद करो, पत्रकार एकता जिंदाबाद। संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन राकेश कुमार ओझा एवं अन्य वरिष्ठ पत्रकार ने की कार्यक्रम में उपस्थित रहने वालों में पत्रकार रणधीर कुमार ,छायाकार राजेंद्र कुमार, के अलावा काफी संख्या में सभी क्षेत्र के पत्रकारों ने भाग लिया जिले के इतिहास में लंबे समय के बाद एक साथ इतनी संख्या में पत्रकार एकजुट हुए और कार्यक्रम यह भी तय हुआ कि पूर्व से चल रहे आ रहे पत्रकार संगठन अपने संगठन के साथ रहेंगे लेकिन समन्वय समिति के बैनर तले कॉमन एजेंडा पर बड़ा आंदोलन चलाएंगे