अशोक वर्मा
पटना : जन सुराज पद यात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि आज जो टीवी पर राजनीतिक दलों के नेता बयानबाज बने हुए हैं उनके आकाओं के आका बैठकर हमसे सलाह लेते रहे हैं कि हम कैसे चुनाव लड़ें तो उनकी बातों पर जवाब देकर मै उनको जरूरत से ज्यादा सम्मान देना नहीं चाहता।जहां तक बात दूसरे-तीसरे मोर्चे की हो रही है तो आप इतनी समझ रखिए कि कोई दल या मोर्चा अगर मैं बनाऊंगा तो वही एक मोर्चा बिहार में बचेगा दूसरा कोई नहीं बचेगा। अगर जन सुराज दल बनता है तो आप देखिएगा एक ही दल बचेगा इसके अलावा कोई दल नहीं बचेगा। लोगों को एहसास नहीं है कि मैं कितनी बड़ी व्यवस्था बना रहा हूं। मैंने काम छोड़ा है उसकी समझ नहीं छोड़ी है। मैंने जो अपने जीवन में काम किया है उसमें कुछ कहने की जरूरत नहीं है वो देश के सामने है। नीतीश कुमार ही क्यों मैंने मोदी के लिए भी काम किया है इसके अलावा 10 राज्यों में चुनाव जितवाए हैं।
*मैंने जो कुछ भी किया अपने दम पर किया दूसरे नेता की तरह हमारे पिताजी ने मुझे विरासत नहीं कर के दिया*
प्रशांत किशोर ने कहा कि मैंने जो कुछ भी किया उसे अपने स्तर पर किया हमारे पिताजी ने मुझे नहीं कर के दिया था। नीतीश कुमार मुझे क्या धन देंगे? अगर मुझे धन चाहिए था तो इतने बड़े-बड़े राज्यों में सरकारें बनी हैं, जिसको बनाने में मैंने कंधा लगाया है। नीतीश कुमार की पार्टी के पास इतना पैसा नहीं कि वो मुझे धन देंगे। मैंने जो काम किया है डंके की चोट पर किया है अपनी समझ अपनी ज्ञान से किया है। मैं जो काम करता था उससे पूरे देश में इस विधा को खड़ा किया है इससे पहले उसके बारे में देश में कोई जानता भी नहीं था कि ये भी कोई विधा है। आज देश में 20 हजार से ज्यादा बच्चे इस तरह के काम को कर रहे हैं।