रांची : हजारीबाग जिला के चरही क्षेत्र के चनारो से कोयल का काला कारोबार एक बार फिर अपनी रफ्तार पकड़ रहा है। संबंधित थाना पुलिस कोयला तस्करों पर मेहरबान है जिसके कारण कोयला तस्करों का आतंक चरम पर है। कोयला तस्कर बड़े आराम से अवैध कोयला का कारोबार कर रहे हैं और राज्य सरकार को राजस्व का चुना भी लगा रहे हैं ।उन्हें रोकने टोकने वाला कोई नहीं है ।रात के अंधेरे में जब अवैध कोयला का काला खेल शुरू होता है तब संबंधित थाना की पुलिस आराम से चैन की नींद सोती है। हजारीबाग रेंज के डीआईजी और हजारीबाग के एसपी के द्वारा जिला के सभी थानेदारों को चेतावनी देते हुए कड़ा निर्देश जारी किया गया है कि किसी भी हाल में कोयला तस्करी बर्दाश्त नहीं की जाएगी पुलिस कोयला तस्करों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई करे।
सूत्रों के मुताबिक हजारीबाग के चरही के चनारो से चल रहे कोयला का अवैध कारोबार को चंदन का सिंडिकेट के द्वारा संचालित किया जा रहा है। कोयला तस्करों के सिंडिकेट में चंदन के अलावा पिंटू, अनिल सहित कई कुख्यात कोयला तस्कर शामिल है । यह कहना गलत नहीं होगा कि
कोयला तस्करों के लिए हजारीबाग का चरही क्षेत्र सैफ जोन बना हुआ है।
सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर हजारीबाग के चरही स्थित चनारो में डंके की चोट पर चल रहे कोयले के अवैध कारोबार के सिंडिकेट में शामिल कोयला तस्करों को किसका मिल रहा है संरक्षण?
