- ओछी मानसिकता से ग्रसित है इंडी गठबंधन
- 4 जून को बिगड़ने वाला है विपक्षी नेताओं का मानसिक संतुलन
गया ।भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर कुमार मिश्र ने कहा कि इंडी गठबंधन के नेताओं की बेचैनी लगातार बढ़ती जा रही है। यह बेचैनी 4 जून को मानसिक संतुलन बिगाड़ देगी और विपक्षी कुनबे में शामिल सभी दलों के नेता मानसिक दिवालियापन के शिकार हो जाएंगे। मिश्र ने शुक्रवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि इंडी गठबंधन सनातन विरोधियों का जमावड़ा है। पीएम मोदी की हर एक्टिविटी इंडी गठबंधन के नेताओं की बेचैनी बढ़ा देता है। चाहे वह एक्टिविटी सामाजिक हो, आर्थिक हो, राजनीतिक हो या फिर आध्यात्मिक। विपक्षी कुनबे की यह बेचैनी बताती है इस चुनाव में विपक्षी दलों की जमीन खिसक चुकी है और इंडी गठबंधन की करारी हार होनेवाली है। मिश्र ने कहा कि लोकसभा चुनाव का प्रचार खत्म हो जाने के बाद पीएम मोदी के मौन व्रत रखने, ध्यान लगाने और तप करने से विपक्षी दलों को करंट लगने लगा है। इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताया जा रहा है। अब जब ध्यान शुरू हो चुका है, तो उस तप साधना से निकलनेवाली ऊर्जा से सनातन विरोधी भस्म हो जाएंगे। विपक्षी दलों ने पहले अपनी अमर्यादित टिप्पणी से सनातनी संस्कृति को अपमानित किया और अब पीएम मोदी के ध्यान और तप से उन्हें चिढ़ और चिंता हो रही है। पूरी दुनिया जानती है कि सनातन और तप का विरोध आसुरी शक्तियां करती थी। विपक्ष भी वही आसुरी संस्कृति और सभ्यता से प्रेरित है। मिश्र ने कहा कि विपक्षी दलों के नेता सावन में मटन पार्टी और हेलीकॉप्टर में मछली पार्टी का फोटो सेशन कर सकते हैं। लेकिन जब पीएम मोदी के ध्यान और तप की तस्वीरें सामने आयीं, तो विपक्ष को आपत्ति होने लगी। मिश्र ने कहा कि राहुल गांधी के आसपास हर समय कैमरों का होना जायज है। ममता बनर्जी के पैर में चोट लगने पर उनके ह्वील चेयर के साथ चल रहे कैमरे पूरी तरह जायज थे। लेकिन, पीएम मोदी के ध्यान की तस्वीरें दिखाना जायज़ नहीं है। यह विपक्ष की कैसी ओछी मानसिकता है।
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