माहवारी किसी भी महिला के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा

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  • उच्‍च माध्‍यमिक विद्यालय, मुसेपर में आयोजित मासिक धर्म प्रबंधन सप्‍ताह का समापन
  • माहवारी मेले में लगभग 200 छात्र-छात्राओं एवं शिक्षक और प्राचार्य ने लिया भाग 
पटना। माहवारी किसी भी महिला के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसके बावजूद महिलाएं जानकारी के अभाव के कारण कई बार गंभीर बीमारियों की चपेट में आ जाती हैं। जिसमें माहवारी स्वच्छता भी शामिल है। उक्त बातें सहयोगी संस्था की निदेशक रजनी ने मंगलवार को उच्‍च माध्‍यमिक विद्यालय मुस्सेपुर में मासिक धर्म प्रबंधन सप्‍ताह के समापन के मौके पर आयोजित महावारी मेला के दौरान कहीं। उन्होंने बताया कि मेले का उद्देश्‍य सभी आयु वर्ग के लोगों के बीच मासिक धर्म के बारे में खुली बातचीत को प्रोत्साहित करना था। साथ ही शिक्षकों, छात्र और छात्राओं को संबोधित करते हुए माहवारी स्वच्छता के बारे में खुली बातचीत के महत्व को बताया। ताकि इस विषय से जुड़ी भ्रांतियों को तोड़ा जा सके। उन्होंने बताया कि कैसे खुली बातचीत और माहवारी की सही समझ से महिलाओं को कई बीमारियों से बचाया जा सकता है।
इस मौके पर विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती रंजना सिंह ने भी सहयोगी  संस्था के प्रयासों की सराहना की। और कहा कि हम एक ऐसे महत्वपूर्ण विषय पर कार्य कर रहे हैं। जो हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा है। फिर भी लोग इसके बारे में बात करने से कतराते हैं।  मंच से श्रीमती रंजना सिंह ने कहा कि” माहवारी किसी भी महिला के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। फिर भी कोई इसके बारे में खुलकर बात नहीं करता। लोग इस विषय पर शर्मिंदा होते हैं, और मिथकों और पुरानी प्रथाओं का पालन करते हैं। जिसके कारण  उन्हें इससे जुड़ी कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।”
वहीं, छात्र विशाल ने कहा “लड़के या तो माहवारी के बारे में बात करने से कतराते हैं। या इसका मजाक उड़ाते हैं। हालांकि, यह गलत है, और हमें ऐसा नहीं करना चाहिए। हमें इसके बारे में पूरी तरह और सही तरीके से समझना चाहिए”।
महावारी मेला में छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को माहवारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इसके प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने का अवसर प्रदान किया। यह मेला माहवारी के प्रति समाज में व्याप्त धारणाओं को बदलने और इसे सामान्य बातचीत का हिस्सा बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मेले में लगभग 200 छात्र-छात्राओं, 19 शिक्षक-शिक्षिकाएं और प्राचार्य ने भाग लिया। मेले में मासिक धर्म से संबंधित कई चित्रकला, नारे और वस्तुओं का भी प्रदर्शन किया गया। जिनमें मेंस्ट्रुअल कप, टैम्पोन, पैड्स, पैंटी लाइनर और पैंटी पैड्स शामिल थे। इस मौके पर मुसेपुर हाई स्कूल की प्रधानाचार्या रंजना सिंह, स्कूल के शिक्षक मोहित कुमार, मध्य विद्यालय के प्रधानाचार्य दिनेश कुमार, आशा दीदी और इसके अलावा सहयोगी से लाजवंती, प्रियंका, रुबी, साक्षी, ऋतु, जेबा, धर्मेंद्र, शारदा, बिंदु, मोनिका और निर्मला शामिल थे।
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