कालाजार की स्थिति सम रखने के लिए आईआरएस का छिड़काव शुरू

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  • जिलाधिकारी रिची पांडेय व डीपीआरओ कमल सिंह भी हुए शामिल 
  • सिविल सर्जन व जिला भीबीडीसीओ ने किया फ्लैग ऑफ
सीतामढ़ी। कालाजार मुक्त की स्थिति को यथावत रखने के लिए जिले में सोमवार से आईआरएस के प्रथम चक्र की शुरुआत हो रही है। इस चक्र के तहत 14 प्रखंड के 62 कालाजार प्रभावित गांवों के 115552 घरों में सिंथेटिक पॉयराथॉयराइड का छिड़काव किया जाएगा। मालूम हो कि राज्य से चार वर्ष पहले 2018 में ही जिले ने कालाजार मुक्त की स्थिति प्राप्त कर ली थी। आईआरएस के प्रथम चक्र का शुभारंभ जिलाधिकारी रिची पांडेय, डीपीआरओ कमल सिंह व जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ रविंद्र कुमार यादव  ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। जिलाधिकारी ने कहा कि जिला ने कालाजार उन्मूलन में बहुत ही अच्छा काम किया है। कई बार यह देश के लिए भी मॉडल रहा। इसके बाद भी हमें बहुत ज्यादा आत्ममुग्धता में नहीं रहना है। वेक्टर बॉर्न रोग कभी भी अपना पांव पसार सकते हैं। इस लिहाज से छिड़काव हो रहे गांव वासियों से अनुरोध है कि वे छिड़काव दल का सहयोग करें व छिड़काव दल के लोग गांव वासियों को वेक्टर बोर्न रोग व एईएस के प्रति लोगों को सचेत करेंगे।  इसके अलावा सिविल सर्जन डॉ के के झा और जिला भीबीडीसी पदाधिकारी ने छिड़काव दस्ता दल को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। सीएस डॉ झा ने कहा कि वेक्टर जनित रोग नियंत्रण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य हेतु जिला भीबीडी नियंत्रण पदाधिकारी तथा उनकी टीम द्वारा किए गए कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि कालाजार फैलाने वाले बालू मक्खी के नाश के लिए सरकार द्वारा वर्ष में दो बार आईआरएस चक्र चलाया जाता है।
प्रतिवर्ष 40 से 50 प्रतिशत कम रहे कालाजार के मरीज:
जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ रविन्द्र कुमार यादव ने बताया कि सीतामढ़ी जिला कालाजार उन्मूलन में अग्रणी है। जिला विगत छह वर्षों से न सिर्फ कालाजार मुक्त की स्थिति को यथावत रखी हुई है बल्कि रोग के संचरण पर भी लगाम लगाई है। जिले में प्रतिवर्ष 40 से 50 फीसदी कालाजार रोगियों की संख्या में कमी आयी है। वर्ष 2020 में जिला में 61, 2021 में 39, 2022 में 17, 2023 में 9 तथा वर्ष 2024 में अभी तक सिर्फ दो कालाजार मरीजों की पहचान हुई है। आईआर चक्र के मौके पर रजिस्टर का अनावरण और वृक्षारोपण भी की गयी।
मौके पर छिड़काव कर्मियों तथा आशा कार्यकर्ता के अतिरिक्त डीपीआरओ कमल सिंह, पीएचसी डुमरा के प्रभारी डॉ अक्षय कुमार, डीपीएम असीत रंजन, भीडीसीओ प्रिंस कुमार, पवन कुमार, एफएलए रजनीश कुमार, भीबीडीएस राकेश कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे।
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