छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में एक बाप ने अपने 4 साल के बेटे का गला रेत दिया. बेटे की हत्या की वजह हैरान कर देने वाली है. आरोपी बाप की मानसिक स्थिति खराब है. वह कहता था कि उसके कान में नरबलि दिए जाने की आवाज गूंजती है. दो दिन से वो नरबलि देने को कहता था. मासूम बेटे की हत्या करने के बाद आरोपी पिता फरार हो गया. घटना से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है. वहीं, इलाके में दहशत का माहौल है. लोगों में जादू-टोना किए जाने की चर्चा है.
घटना जिले के थाना शंकरगढ़ क्षेत्र अंतर्गत गांव महुआडीह की है. मामल की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने फरार आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. मृतक मासूम के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है. घटनास्थल से सुबूत जुटाए गए हैं. उस चाकू को भी बरामद किया गया है, जिससे मासूम का गला रेता गया था.
गांव में रहने वाला कमलेश नगेसिया मानसिक रूप से परेशान चल रहा है. शनिवार की रात उसने अपने बेटे का गला रेत दिया. बेटे की हत्या से पहले आरोपी पिता ने पहले एक मुर्गी का गला काटकर बली दी थी. उसके बाद उसने अपने चार साल के बेटे अविनाश नगेसिया का गला काट दिया. गांव के ग्रामीणों के मुताबिक, कमलेश का दिमागी संतुलन ठीक नहीं है. वह आए दिन कहता था कि उसके कान में किसी की आवाज सुनाई देती है. कान में आने वाली आवाज उससे कहती थी कि नरबलि देने से उसकी मानसिक हालत और परिवार की स्थिति सही हो जाएगी. उसके परिवार वाले उसकी इन बातों को नजर अंदाज कर दिया करते थे.
पुलिस के मुताबिक, आरोपी कमलेश नगेसिया बीते दो तीन दिनों से ही अपने ही पत्नी एवं परिवार के सदस्यों को काटने की बात कहता था, लेकिन इस बात को उसके घर वाले नजर अंदाज करते रहे. रात को उसका चार साल का बेटा अपनी मां के साथ घर में सो रहा था. आरोपी पिता उसे उठाकर आंगन में लेकर आया. पहले उसने मुर्गी का गला काटकर बलि चढ़ाया फिर अपने पुत्र का उसी चाकू से गला रेत कर हत्या कर दी. हत्या करने के बाद आरोपी घर से फरार था जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मृतक बच्चे की लाश को पोस्टमार्टम के लिए शंकरगढ़ भेजा है.
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