अशोक वर्मा
मोतिहारी : पूर्वी चंपारण में लोकसभा चुनाव की तिथि 25 मई निर्धारित है। जैसे जैसे समय करीब आता जा रहा है एनडीए और इंडिया प्रत्याशी चुनाव संपर्क अभियान को दिनोदिन तेज कर रहे है। चुकि एनडीए प्रत्याशी राधा मोहन सिंह पांच टर्म से सांसद होते आ रहे हैं और केंद्र सरकार में कृषि और किसान कल्याण मंत्री भी रह चुके हैं। उनको इस बार का टक्कर देने उतरे हैं इंडिया गठबंधन विआईपी उम्मीदवार डॉ राजेश कुशवाहा ।बिहार में जातीय समीकरण चरण सीमा पर है ।भाजपा के पास पूर्व के कार्य एवं राम मंदिर निर्माण के साथ और भी कई महत्वपूर्ण कार्यों की सूची है जिसमें कई वर्षों से लगातार देश के 80 करोड़ गरीब जनता के बीच मुफ्त राशन वितरण करना है। दूसरी ओर इंडिया वीआईपी के प्रत्याशी पूर्व विधायक डॉ राजेश कुशवाहा है। चूकि मोतिहारी सीट वीआईपी कोटा में चला गया इसलिए उन्हें इस पार्टी से टिकट मिली है। बिहार में जातीय समीकरण की शक्ति को लोगों ने देखा है ।लालू प्रसाद यादव ने इसी शक्ति के बदौलत लगातार 15 वर्षों तक शासन किये है। और इनका जो माई समीकरण है वह डॉक्टर राजेश कुशवाहा के साथ है।डा राजेश कुशवाहा अभी युवा है और दूसरी और राधा मोहन सिंह 75 वर्ष ऊपर के उम्र में अभी चल रहे हैं। दोनों के स्टैमिना में फर्क है ।डॉक्टर राजेश कुशवाहा जनसंपर्क अभियान को इधर बहुत ही तेज किए हैं। वे अपने काफिला के साथ गांव गांव घूम रहे हैं और लोगो से सीधा संपर्क कर रहे हैं ।परिणाम जो हो लेकिन दोनों तरफ से जोर आजमाइश चरम पर है। निर्णय 25 को जनता के हाथों में है। आज डा राजेश कल्याणपुर विधानसभा क्षेत्र के भुवन छपरा में जन संपर्क किये। जगह-जगह पर उत्साहित वोटरों ने उनका अभिनंदन शाल ओढाकर किया। अजब का उत्साह लोगों के अंदर है। खासकर कुशवाहा एवं मलाह जाति के लोगों में ऐसा लगता है कि उनका भगवान आ गया है ।यादव और मुस्लिम वोट को ईडिया गठबंधन अपने पॉकेट का वोट समझती हैं। क्षेत्र में भ्रमण का सिलसिला दोनों प्रत्याशियों का दिनों दिन तेज होता जा रहा है।
