गया ।पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 02 फरवरी को कॉंग्रेस पार्टी के मूर्धन्य नेता, पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री ललित नारायण मिश्र की 101 वीं जयंती गया के स्थानीय अनुग्रह नारायण रोड स्थित दुबे आश्रम में मनाई गई।सर्वप्रथम स्व ललित नारायण मिश्र के चित्र पर माल्यार्पण के बाद उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला गया है।इस कार्यक्रम में उपस्थित बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, प्रद्युम्न दुबे, दामोदर गोस्वामी, शिव कुमार चौरसिया, श्रवण पासवान, मोहम्मद शोएब, बबलू राम, विनोद उपाध्याय, रूपेश चौधरी, राहुल चंद्र वंशी, सकल देव यादव, अशोक राम, सुजीत मिश्रा आदि ने कहा कि स्व ललित नारायण मिश्र हमेशा कहा करते थे, की मैं रहूं या ना रहूं, बिहार बढ़ कर रहेगा आज पूरी तरह प्रासंगिक हो रहा है। ललित नारायण मिश्र पिछड़े बिहार को राष्ट्रीय मुख्य धारा के समकक्ष लाने के लिए सदा कटिबद्ध रहे हैं। उन्होंने अपने कर्म भूमि मिथिला चल की राष्ट्रीय पहचान बनाने के लिए पूरी तन्मयता के साथ प्रयास किया।
नेताओं ने कहा कि उन्होंने विदेश,व्यापार मंत्री के रूप में बाढ़ नियंत्रण एवं कोशि योजना में पश्चिम नहर के निर्माण के लिए नेपाल- भारत समझौता कराया था।नेताओं ने कहा ललित बाबू को मैथिल भाषा से भी बहुत लगाव एवं अगाध प्रेम था। बिहार में रेल्वे के विकास हेतु इनकी प्रयास काफी सराहनीय रहा था।आज बिहार में इनके नाम से ललित नारायण मिश्र इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट बिहार के सबसे अव्वल दर्जे का मैनेजमेंट संस्था है।
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