बिहार में एक बार फिर मॉब लिंचिंग का मामला सामने आया है, यहां एक महिला पर डायन होने का आरोप लगा कर उसे भीड़ ने पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया।
रोहतास में रविवार को लोगों ने एक महिला को घर से खींचकर बाहर निकाला और बुरी तरह से पीटा। पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी। महिला पर एक बच्चे की हत्या कर उसकी लाश को फेंकने का आरोप है। मामला अंध विश्वास से जुड़ रहा है। लोग महिला को डायन बता रहे हैं। एसपी विनीत कुमार ने मामले की जानकारी दी है।
बताया गया कि अकाशी गांव निवासी जग्गू सिंह का 3 साल का बेटा शिवम रविवार शाम से लापता था। कुछ ग्रामीणों ने कहा कि गांव के दशरथ महतो की पत्नी चिंता देवी (50) को बोरे में लाश फेंकते देखा गया था। जिसके बाद ग्रामीणों ने घर से महिला को खींचकर बाहर लाए और पीट कर मार डाला। सूचना पर अगरेर थाना की पुलिस पहुंची। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल सासाराम भेज दिया है। मामला अगरेर थाना क्षेत्र का है। वारदात के बाद से महिला के परिवार वाले फरार हैं।
जग्गू सिंह अपने बेटे को मकर संक्राति का मेला घुमाने ले गए थे। घर आने के बाद शिवम घर के बाहर खेल रहा था। इसी क्रम में वो लापता हो गया। परिजन उसकी खोजबीन में लग गए। रात करीब साढ़े नौ बजे शिवम का शव बोरे में बंद खेत में मिला।
इसी दौरान कुछ लोगों ने बताया कि बोरा दशरथ महतो की पत्नी ने फेंका है। दशरथ महतो का घर शिवम के घर से 100 मीटर की दूरी पर है। आक्रोशित लोगों ने दशरथ के घर पहुंचे और मारपीट शुरू कर दी। शिवम जग्गू सिंह का इकलौता बेटा था। शिवम के चार बहनें है।
सूचना पर अगरेर थाना की पुलिस पहुंची और दोनों शवों को कब्जे में ले लिया। एसडीपीओ सासाराम घटना की जांच कर रहे हैं।
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