डीडीसी ने कृमि मुक्ति दिवस पर बच्चों को खिलाई कृमि मुक्ति की दवा

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  • 20 छात्राओं को डीडीसी ने अपने हाथों से दी दवा 
  • 27 तारीख को चलाया जाएगा मॉप अप राउंड
वैशाली। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम का उद्घाटन संपोषित बालिका उच्च विद्यालय में गुरुवार को डीडीसी चित्रगुप्त कुमार के द्वारा किया गया। मौके पर डीडीसी द्वारा करीब 20 छात्राओं को एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई गयी। उद्घाटन के मौके पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ उदय नारायण सिन्हा ने एल्वेंडाजोल की गोली के फायदे भी बताए। उन्होंने बताया कि डब्ल्यूएचओ फैक्टशीट: 2020 के अनुसार दुनिया भर में 150 करोड़ से अधिक लोग या दुनिया की आबादी का 24 प्रतिशत एसटीएच संक्रमण से संक्रमित हैं।  वहीं सीएस डॉ श्यामनंदन प्रसाद ने बताया कि छूटे हुए बच्चों तथा किशोरों के लिए 27 सितंबर को इसका मॉप अप राउंड चलाया जाएगा। यह गोली एक से 19 वर्ष तक के बच्चों में उनके उम्र के अनुसार खिलाई जाती है। जिले की जिस आबादी वर्ग को यह दवा दी जानी थी वह करीब 19 लाख 38 हजार थी। मौके पर स्कूल के प्राचार्य उपेंद्र कुमार शिक्षा विभाग से डॉक्टर उदय एआरपी स्वास्थ्य विभाग से डीआईओ डॉक्टर उदय नारायण सिंहा, डब्ल्यूएचओ से डॉ श्वेता, यूनिसेफ से मधुमिता एवं जिला स्वास्थ्य समिति से डीसीएम निभा रानी सिन्हा उपस्थित थी।
कृमि संक्रमण के लक्षण:
गंभीर कृमि संक्रमण से दस्त पेट में दर्द कमजोरी उल्टी और भूख ना लगना सहित कई सारे लक्षण हो सकते हैं। बच्चे में कृमि की मात्रा जितनी अधिक होगी उसमें संक्रमण के लक्षण उतने ही अधिक होंगे। हल्के संक्रमण वाले बच्चों एवं किशोरों में आमतौर पर कोई लक्षण नहीं दिखते हैं।
डी वार्मिंग के फायदे:
-रोग प्रतिरोधक शक्ति में वृद्धि
-स्वास्थ्य और पोषण में सुधार
-एनीमिया में नियंत्रण
-समुदाय में कृमि के फैलाव में कमी
-सीखने की क्षमता और कक्षा में उपस्थिति में सुधार
-वयस्क होने पर काम करने की क्षमता और आय में बढ़ोतरी
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