- अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर पूर्व केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह ने सैकड़ों प्रतिभागियों के साथ योगाभ्यास किया
अशोक वर्मा
मोतिहारी : अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर नगर के महावीर मंदिर नरसिंह बाबा मठ के प्रांगण में आयोजित सामूहिक योग अभ्यास कार्यक्रम का उद्घाटन पूर्व केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह ने किया ।उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि भारत का प्राचीन योग मे अनेक समस्याओं का समाधान है। आज विश्व ने इस विधि को स्वीकार किया है और इसका लाभ भी ले रहे हैं। वर्तमान भागदौड़ की जिंदगी में मनुष्य दिनों दिन तनावग्रस्त होता जा रहा है लेकिन भारतीय योग विधि को जिसने भी अपनाया है उनके घरों में सुख शांति समृद्धि आई है , लोग तनाव मुक्त हो रहे हैं।संबोधन के बाद उन्होंने सैकड़ों प्रतिभागियों के साथ योगाभ्यास किया ।
राधा मोहन सिंह ने कहा कि योग में उम्र, जाति, धर्म और क्षेत्र का कोई बंधन नहीं है। उन्होंने जोर देते हुए कहा,कि “यह सार्वभौमिक है” और लोगों से अपिल की की कि योगाभ्यास करें,साथ साथ, इसका प्रचार भी करें। उन्होंने यह भी कहा कि देश एवं विदेश में योग गुरुओं की मांग काफी बढ़ गई है।
प्राचीन योग विधि विश्व के लिए भारत का अमूल्य उपहार है और उन्होंने सभी से योग को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने और इससे लाभ प्राप्त करने के लिए कहा। उन्होंने स्वास्थ्य समाधान के रूप में योग पर और शोध करने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
योग के अर्थ को ‘जुड़ना’ या ‘एकजुट होना’ बताते हुए, श्री नायडु ने कहा कि यह मन और शरीर, और मनुष्य और प्रकृति के बीच एकता और सामंजस्य पर जोर देता है। “इस अवसर पर, मैं सभी से समाज के सभी वर्गों के बीच एकता और सद्भाव के लिए काम करने का आग्रह कर रहा हूं।
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