खबर बिहार के बेतिया जिले की है जहां 6 टुकड़ों में बहती नहर से बरामद शव के बारे में सदर एसडीपीओ विवेक दीप ने बताया कि शव की पहचान चनपटिया थाना क्षेत्र के चुहडी़ गांव निवासी विरेंद्र साह के 19 वर्षीय पुत्री के रूप में की गई है। उन्होंने बताया कि विरेंद्र ने अपने बेटी की प्रेम प्रसंग से परेसान होकर घटना को अंजाम दिया है। पुलिस आरोपी पिता और घटना में शामिल एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
आपको बता दे कि रविवार देर शाम मझौलिया थाना क्षेत्र अंतर्गत मोहद्दीपुर मीर टोला के समीप से बहने वाली नहर से ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस प्लास्टिक के बोरे से सिर कटा शव 6 टुकड़ों में बरामद की थी। एसडीपीओ ने बताया कि पुलिस शव का पोस्टमार्टम करने के बाद अज्ञात अपराधियों के विरोध हत्या का मामला दर्ज कर केश की अनुसंधान में जुटी हुई थी। इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली की चनपटिया थाना क्षेत्र चुहडी़ गांव निवासी विरेंद्र साह के एक पुत्री लपाता है। जिसके बाद पुलिस विरेंद्र को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तो मामले का पर्दाफाश हुआ।
एसडीपीओ ने बताया कि विरेंद्र ने पुलिस को बताया कि वो अपने बेटी की शादी ठिक कर दिए थे। नवम्बर 2024 में शादी होने वाला था। लेकिन वो एक उतर प्रदेश के युवक से प्यार करती थी। युवक मेरे भाई के घर में किराय पर रहकर चुहडी बजार में गोलगापा बेचता था। परिजनों के समझाने के बाद भी वो उससे शादी करने की ज़िद्द कर रही थी। इसी बात को लेकर मैंने उसे 22 जुलाई को डांट-फटकार लगाया। जिसके बाद वो घर में जाकर फंदे से लटकर कर आत्महत्या कर ली।
एसडीपीओ ने बताया कि विरेंद्र ने पुलिस को यह भी बताया कि घटना के बाद शव को खपाने के लिए वो अपने गांव के प्रभु साह को गोरखपुर से बुलाया। प्रभु साह गोरखपुर में रहकर फल बेचता है। पहले वो गांव में ही रहकर मछली का करोबार करता था। वहीं प्रभु ने पुलिस को बताया कि शव को खपाने के ऐवज में उसे 8 हजार 500 रूपए देने का वादा विरेंद्र ने किया था। 500 रूपए एडवांस दिया था। बाकी रूपए एक सप्ताह के अंदर देने को बोला था।
प्रभु ने पुलिस को बताया है कि शव को गांव से दक्षिण स्थित नहर पर ले जाकर मछली काटने वाला फसुल से 6 टुकड़ों में काटा फिर प्लास्टिक के बोरी में डालकर नहर में बहा दिए। इस काम में उसके अलावा विरेंद्र के घर के 6 से 7 लोग सामिल थे। शव को नहर में बहाने के बाद सभी लोग अपने-अपने घर चले गए।
