रामगढ़ :एसपी डॉक्टर विमल कुमार को मिली सूचना के बाद एसडीओ आशीष गंगवार के नेतृत्व में एसडीपीओ परमेश्वर प्रसाद रामगढ़ थाना के थाना प्रभारी अजय साहू और पुलिस की टीम में गुरुवार की रात रामगढ़ शहर के कांकेबार स्थित केआरएस मल्टीप्ल प्रोडक्ट कंपनी के लॉज सह कार्यालय में छापा मारकर करीब 105 लड़के लड़कियों को बरामद किया जिसमें 46 युवती और 62 युवक शामिल थे।
जानकारी के मुताबिक पुलिस को सूचना मिली थी कि उक्त स्थान पर नौकरी का झांसा देकर सिमडेगा और गुमला जैसे आदिवासी क्षेत्र के बेरोजगार युवक व युवतियों को ठगा जा रहा है और एक तरह से कंपनी ने सभी को बंधक बना रखा है।
इस पूरे मामले में एसडीओ आशीष गंगवार ने बताया कि जिला पुलिस प्रशासन को सूचना मिली थी कि कांकेबार के एक बिल्डिंग में बहुत सारे लड़के लड़कियां रह रहे हैं जिसे नौकरी का झांसा देकर बुलाया गया है और उनसे ठगी की जा रही है। जानकारी मिलने के बाद छापेमारी टीम वहां पहुंची तो देखा की बहुत सारे लड़के लड़कियां मौजूद हैं। पूछने पर उन लोगों ने बतलाया कि वह सभी केआरएस कंपनी का प्रोडक्ट बेचने का काम करते हैं सभी की उम्र 18 वर्ष के ऊपर है और सभी अपनी मर्जी से वहां पर आए हुए हैं किसी को कोई शिकायत नहीं है। किसी ने भी किसी प्रकार की कोई लिखित शिकायत भी नहीं की गई। सुरक्षा की दृष्टि कौन से रात में सभी को वन स्टॉप सेंटर सखी केंद्र में रखा गया था। दूसरे दिन सभी का बयान दर्ज करने के बाद सभी को छोड़ दिया गया है। एसडीओ ने बतलाया कि पूरे मामले को गंभीरता से लिया गया है और मामले की उच्च स्तरीय जांच के लिए एक कमेटी गठित की गई है कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी ।
एसडीपीओ परमेश्वर प्रसाद ने कहा कि पूरे मामले को लेकर गठित कमेटी के द्वारा जांच रिपोर्ट के बाद ही कुछ कहा जा सकता है । जांच रिपोर्ट में दोषी पाए जाने पर केआरएस कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
रामगढ़ थाना के इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी अजय कुमार साहू के मुताबिक पूरे मामले को लेकर किसी ने भी रामगढ़ थाना में लिखित शिकायत नहीं की है। पूरे मामले को लेकर एसडीओ ने कमेटी गठित की है जांच रिपोर्ट आने के बाद पुलिस की कार्रवाई शुरू की जाएगी।
जानकारी के मुताबिक केआरएस कंपनी के लॉज सह कार्यालय के तीन कमरों में 105 लड़के लड़कियों को भेड़ बकरियों के तरह रखा गया है। और वहां अंधेरा ही अंधेरा फैला हुआ रहता है वहां के लड़कों लड़कियों ने बताया कि नौकरी देने के आवाज में उनसे ₹25000 वसूले गए हैं हालांकि किसी भी लड़के लड़की ने कंपनी के खिलाफ कोई शिकायत नहीं की है सभी का कहना है कि वह लोग अपनी मर्जी से काम की तलाश में आए हैं लेकिन ₹25000 कंपनी को उन लोगों ने दिए हैं उनके रहने और खाने की व्यवस्था को लेकर है लेकिन क्या रहने ठहरने खाने पीने की जो व्यवस्था वहां पर चल रही है वह जायज है इसकी भी जांच करने की जरूरत है।
और इसके भी जांच की जरूरत है कि किस नियम के तहत कंपनी रामगढ़ जिला में कार्यरत है और नियम के मुताबिक कंपनी काम कर रही है या नहीं।