अशोक वर्मा
मोतिहारी : संपूर्ण हरिहर क्षेत्र मेले मे बिहार एवं बिहार के बाहर से काफी पशु बिक्री के लिए आए हैं ।मेला को आकर्षक बनाने के लिए देश के बड़े-बड़े मंदिरों की झांकी ,बड़े-बड़े झूले एवं कृषि स्टॉल लगे है।इसके अलावा बिहार सरकार एवं भारत सरकार के कई अन्य स्टॉल भी लगे हुए है।पहले मेले का आकर्षण हाथी होते थे लेकिन विगत दस वर्षों से मेले में हाथी नहीं आ रहे हैं। कुछ सौखिये लोग अपने हाथी से मेला घूमने आते हैं और पुरानी याद को ताजा करते हैं। लेकिन एक तरफ से मेला हाथी विहीन हो चुका है हां घोड़े काफी संख्या में आए हुए हैं। मेले में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा 12 ज्योर्तिलिंगम का सुंदर भक्ति मय मेला का आयोजन किया गया है जिसका उद्घाटन 13 नवंबर को हुआ। मेले के उद्धाटन मे मोतिहारी की वरिष्ठ राजयोगी बीके मीना दीदी, वैशाली वारिसपुर रिट्रीट सेंटर प्रभारी बीके प्रफुल्ल भाई, बेगूसराय सेवा केंद्र की प्रभारी बीके कंचन दीदी, मुजफ्फरपुर की बीके सीता मोतिहारी के वरिष्ठ राजयोगी बीके अशोक वर्मा, हाजीपुर के मंजर खान, पटना से पधारे बीके संजय भाई आदि थे । स्थानीय सेवा केंद्र प्रभारी बीके रीमा बहन ने सभी का स्वागत बुके देकर एवं साल ओढ़ाकर किया ।सभी ने अपने संबोधन में ईश्वरीय संदेश दिया तथा सोनपुर मेले मे आने वालो के लिए सुनहरा अवसर कहा जिसमे ईश्वरीय ज्ञान मिलने का मौका 12 ज्योर्तिलिंगम के दर्शन से सभी को होगी। ब्रह्माकुमारी के इस आयोजन में व्यसन मुक्ति स्टॉल के साथ आध्यात्मिक चित्र प्रदर्शनी भी लगी थी जिसको देखने के लिए प्रतिदिन वहां काफी संख्या में लोग आ रहे हैं सेवा केंद्र के भाई-बहन सभी को व्यसन मुक्ति का संदेश देने के साथ-साथ आध्यात्मिक चित्रों के रहस्य पर भी समझा रहे हैं। चित्र में मुख्य रूप से मानव जीवन का लक्ष्य, आत्मा परमात्मा का परिचय , 5000 वर्षों में 84 जन्मो का चक्र , शिव शंकर में अंतर, कल्पवृक्ष ,सृष्टि चक्र के अलावा राजयोग से अष्ट शक्ति की प्राप्ति है ।मेले मे ब्रह्मकुमारी के नए ज्ञान को सुनने और समझने में काफी लोग रुचि ले रहे हैं ।मेले में, घोड़ा, बैल, गाय, पंछी, कुत्ते, आदि काफी संख्या में आए हैं मनोरंजन के लिए कई थिएटर भी दिन-रात अपना प्रोग्राम दे रहे है । इस मेले में शांति शक्ति सरोवर रिट्रीट सेंटर एवं स्थानीय सोनपुर सेंटर के भाई बहन अपनी सेवा दे रहे हैं।सभी के सहयोग से द्वादश ज्योतिर्लिंगम मेला लगाया गया है।कार्यक्रम पंडाल मे, चित्र प्रदर्शनी, व्यस्नमुक्ति प्रदर्शनी के साथ सास्वत यौगिक खेती पर प्रदर्शनी लगाई गई है। इस प्रदर्शनी में बीके सीताराम भाई ,बीके सत्यनारायण भाई ,बीके विजय भाई ,बीके कामेश्वर भाई लगातार अपनी सेवा दे रहे हैं ।द्वादश ज्योतिर्लिंगम को सजाने मे बीके अमन और बीके रवीन्द्र भाई की मुख्य भूमिका रही।
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