गया ।दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय सीयूएसबी के समाजशास्त्र विभाग के एमएसडब्ल्यू पाठ्यक्रम के प्रथम और तृतीय सेमेस्टर के छात्रों ने बोधगया स्थित मम्मी जी एजुकेशनल चेरिटेबल ट्रस्ट का भ्रमण किया है । जन सम्पर्क पदाधिकारी पीआरओ ने बताया कि एमएसडब्ल्यू पाठ्यक्रम में शामिल फील्ड वर्क के तहत विद्यार्थियों ने विभागाध्यक्ष प्रो एम. विजय कुमार शर्मा, प्रो अनिल कुमार सिंह झा, डॉ. आदित्य मोहंती तथा डॉ. हरेश नारायण पांडेय के मार्गदर्शन में संस्थान का दौरा किया हू | सीयूएसबी के शिक्षकों ने बारी – बारी से संस्था के बच्चों को संबोधित किया और उनके गतिविधियों की जानकारी ली है । आगे समाजशास्त्र विभाग के एमएसडब्ल्यू के छात्र – छात्राएं भ्रमण के दौरान मम्मी जी एजुकेशनल चैरिटेबल ट्रस्ट के विभिन्न तथ्यों से रूबरू हुए हैं | उन्होंने जाना कि मम्मी जी करीब 15 साल पहले भगवान बुद्ध के दर्शन हेतु बोधगया आई और क्षेत्रीय लोगों की सहायता से गरीब और अशिक्षित और समस्या ग्रस्त लोगों की सेवा के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। मम्मी जी एक स्वयं सेवी संस्था है।जो 2015 में बोधगया बिहार में स्थापित किया गया। डॉ. जैनी पेरी यानि मम्मी जी निदेशक हैं । मुन्ना पासवान जी इस के निदेशक सचिव है। मम्मी और मुन्ना संस्थान के बच्चों को नर्सरी से कक्षा दस तक निःशुल्क शिक्षा ,कंप्यूटर की शिक्षा, सिलाई कढ़ाई, सौंदर्यीकरण की शिक्षा देने का कार्य कर रहे हैं | यह संस्था इसके अलावा गरीब वह शोषित लड़कियों और महिलाओं हेतु निशुल्क सिलाई कढ़ाई ,सौंदर्यकरण, कंप्यूटर ,खेलकूद, कराटे इत्यादि का प्रशिक्षण दे रहे हैं। यह ट्रस्ट कुछ बच्चों को दूसरे संस्था में अध्ययन करने हेतु सहायता प्रदान करते हैं। यह संस्था गया जिले के गांवों में गरीबों हेतु एलोपैथिक मोबाइल क्लीनिक चला रही है तथा भिन्न-भिन्न तरीकों से योग्य बच्चों दिव्यांगों को सहायता प्रदान करते हैं। मम्मी जी ट्रस्ट बोधगया में 150 बच्चों का बोर्डिंग स्कूल भी सफलता से चला रहे हैं । बोर्डिंग स्कूल के बच्चों को निशुल्क खाना पीना, ड्रेस, शिक्षा, स्वास्थ्य सामग्री आदि मम्मी जी ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
सीयूएसबी की टीम ने मम्मी जी ट्रस्ट के गतिविधियों को सकारात्मकता से अपने जीवन में भी अपनाने के प्रति इच्छा दिखाई दी है।वहीं विभागाध्यक्ष प्रो एम. विजय कुमार शर्मा ने विभाग और विश्वविद्यालय की ओर से मम्मी जी ट्रस्ट के परिवारजनों को फील्ड वर्क हेतु दिए गए सभी सराहनीय सहयोग हेतु साधुवाद दिया है।
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