भोजपुर में सेल्फी लेने के चक्कर में पांच लड़कियां सोन नदी में डूब गई। इनमें से तीन की लाश बरामद हुई है। अन्य दो लड़कियों की तलाश जारी है। बिहार में सेल्फी के चक्कर में पांच-पांच लड़की का इस तरह डूब जाने का यह पहला मामला है। हैरान करने वाले इस हादसे ने पांच लोगों को डूबा दिया है। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। आसपास के लोगों की भीड़ लग गई। इधर, सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन में जुट गई है। पुलिस स्थानीय गोताखोरों की मदद से अन्य दो लड़की की तलाश में जुटी है।
यह हादसा चांदी थाना क्षेत्र के चांदी बहियारा गांव में हुआ। सोननदी में लापता लड़कियों में दो सगी बहन समेत तीन एक ही परिवार की हैं। अन्य दो लड़कियां भी आपस में रिश्तेदार हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सभी लड़कियां नहाने के बाद एक साथ सेल्फी ले रही थीं। तभी उनमें से एक का पैर फिसला और वह गिरने लगी। गहराई में जाते देख दूसरी लड़की उसे बचाने के लिए गई। इस तरह पांचों लड़कियां एक-दूसरे को बचाने के चक्कर में गहरे पानी में गिर गयीं और नदी की तेज धार में बहने लगी। उन्हें नदी के तेज धार में बहते देख वहां मौजूद व्रती और महिलाएं चीख-पुकार मचाने लगी, लेकिन इससे पहले कि कोई कुछ कर पाता, पांचों लड़कियां नदी की तेज धार में बह गईं।
लापता लड़कियों की पहचान चांदी निवासी चितरंजन वर्मा की दो बेटी पूनम (16) और सुमन (15), उनके भाई देवेन्द्र वर्मा की बेटी अंजली (18), अनिता (21) और दशरथ यादव की बेटी निशा (16) के रूप में की गई है। नदी की तेज धारा में बहने वालों में एक ही परिवार की तीन और एक परिवार की दो लड़कियां थीं, जिनमें से एक की शादी पिछले वर्ष हुई थी। घटना शनिवार शाम पांच बजे की है। जिस घाट पर घटना हुई है, वह आबादी से काफी दूर है। इस वजह से जबतक लोग मदद के लिए पहुंचते, तब तक पांचों नदी की तेज धार में बह गईं।
परिजनों ने बताया कि सभी युवतियां जितिया पर्व पर व्रतियों के साथ सोन नदी में स्नान करने गयी थी। चांदी थानाध्यक्ष सौरभ कुमार का कहना है कि स्थानीय गोताखोरों की मदद से डूबी हुई तीन लड़कियों की लाशें मिल गई है। अन्य की तलाश जारी है। सेल्फी लेने के चक्कर में ऐसा हादसा पहली बार हुआ। इससे आम लड़के-लड़कियों को सबक लेना चाहिए कि सेल्फी लेने के चक्कर में कभी भी जान से खिलवाड़ नहीं करना चाहिए।
इधर, घटना के बाद से.परिजन जिला प्रसाशन पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। गुस्साए लोगों ने लाशों के सड़क पर रखकर हंगामा करने लगे। इस कारण चांदी चौक पर आवागमन पूरी तरह से ठप है। परिजनों का आरोप है कि जिला प्रसाशन शव को ढूंढने में मदद नहीं कर रही है। एसडीआरफ भी घटनास्थल पर नहीं पहुंच पाई है।
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