केरल में निपाह वायरस से संक्रमित एक और मरीज की पहचान हुई है. इसके साथ ही निपाह संक्रमण के कुल मामले 6 हो गए हैं. राज्य सरकार के लिए राहत की बात ये रही कि 11 सैंपल जो पहले जांच के लिए भेजे गए थे, नेगेटिव पाए गए. निपाह के हालिया विस्फोट में अबतक दो मरीजों की मौत हुई है. तबाही की आशंकाओं के बीच सरकार ने कई कदम उठाए हैं. राज्य का कोझिकोड जिला हालिया प्रकोप से प्रभावित है. यहां 30 अगस्त को एक 47 वर्षीय मरीज की मौत हो गई थी. इसके बाद केंद्र सरकार भी अलर्ट पर है.
निपाह वायरस को लेकर नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल, आरएमएल अस्पताल और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंसेज की टीम तैयार की गई है. यह टीम केरल सरकार को वायरस को कंट्रोल करने में सहयोग दे रही है. इस बीच इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने बायोसेफ्टी लेवल-3 कंटोनमेंट मोबाइल लेबोरेट्री तैयार किया है, जो जिला स्तर पर वायरस से निपटने में मदद करेगी. इससे वायरस की समय रहते पहचान की जा सकेगी और उसे काबू किया जा सकेगा.
2018 के बाद से ऐसा चौथी बार है जब केरल में निपाह का प्रकोप बढ़ा है. राज्य में स्कूल और दफ्तरों को बंद करने का आदेश दिया गया है. कोझिकोड में प्रभावित ग्राम पंचायत को क्वारंटीन जोन घोषित कर दिया गया है. हालिया, 47 वर्षीय मरीज की पहचान के बाद संपर्क वाले 15 सैंपलों को लैब में जांच के लिए भेजा गया है. ग्राम पंचायत में अबतक 950 लोगों की पहचान हुई है जो संक्रमित मरीज के संपर्क में आए थे. इनमें 213 हाई-रिस्क कैटगरी में हैं. 287 स्वास्थ्यकर्मी भी कॉन्टेक्ट लिस्ट में हैं. चार हाई-रिस्क वाले लोगों को प्राइवेट अस्पताल में रखा गया है और मरीजों के संपर्क में आए 17 लोगों को कोझिकोड मेडिकल कॉलेज में सर्विलांस पर रखा गया है.
केरल में निपाह वायरस के प्रकोप को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक हाई-लेवल मीटिंग भी की है. इसमें कोझिकोड जिला प्रशासन के अधिकारी भी शामिल थे. खतरे को देखते हुए राज्य सरकार ने जिले में स्कूल-कॉलेज को बंद कर दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक, कल तक जिले में स्कूल बंद रहेंगे. इस दौरान आंगबाड़ी, मदरसे, कोचिंग सेंटर और कॉलेजों को बंद रखने का आदेश है. इससे पहले 14-15 सितंबर को स्कूल बंद रखने का आदेश था. अब 16 सितंबर तक स्कूल बंद रहेंगे. हालांकि, यूनिवर्सिटी और पीएससी परीक्षा भी शेड्यूल है, जिसमें फिलहाल कोई बदलाव नहीं किया गया है.
केरल के टूरिज्म सेक्टर पर अबतक कोई प्रभाव नहीं पड़ा है. पर्यटन मामलों के मंत्री पीए मोहम्मद रेयास ने कहा कि निपाह वायरस से पर्यटन पर कोई असर नहीं पड़ा है. मंत्री ने केरल की यात्रा करने को पूरी तरह सुरक्षित बताया. वायरस से निपटने के लिए बनाई गई टीम का भी मंत्री रियास हिस्सा हैं. उन्होंने कहा कि कंटोनमेंट जोन भी इतना खतरा नहीं है. जिला स्तर पर भी किसी तरह का प्रतिबंध नहीं लगाया गया है. माना जाता है कि केरल में निपाह की एंट्री ही पर्यटन की वजह से हुई.
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