बलिया।। झोलाछाप चिकित्सको के खिलाफ कार्यवाही के नाम पर आयुष चिकित्सकों के खिलाफ सीएमओ बलिया द्वारा गठित जांच टीम द्वारा की जा रही उत्पीड़न की कार्यवाही के खिलाफ गुरुवार को आयुष चिकित्सकों ने एक आपातकालीन बैठक कर आक्रोश व्यक्त किया है। आयुष चिकित्सकों ने सीएमओ द्वारा गठित जांच टीम द्वारा आयुष चिकित्सकों के अस्पतालों पर की जा रही छापेमारी को अवैधानिक व अधिकार क्षेत्र से बाहर बताया है।
आयुष चिकित्सकों के नेता डॉ अमरेश सिंह ने कहा कि हमारा अधिकारी, क्षेत्रीय आयुर्वेदिक व यूनानी अधिकारी बलिया है। हमारा पंजीकरण इनके यहां है, तो फिर सीएमओ बलिया किस अधिकार से हमारे अस्पतालों पर छापेमारी कर रहे है। कहा कि जिला प्रशासन को अगर हमारे अस्पतालों के खिलाफ कोई शिकायत मिलती है तो जांच हमारे क्षेत्रीय आयुर्वेदिक व यूनानी अधिकारी के नेतृत्व में करायी जाय। जांच हो, लेकिन जांच करने वाला हमारी पैथी का अधिकारी होना चाहिए।
आयुष चिकित्सक नेता डॉ अरविंद सिंह ने कहा कि एलोपैथिक चिकित्सकों का पंजीकरण एनएमसी (नेशनल मेडिकल कमीशन )में और आयुष चिकित्सकों का भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग में पंजीकरण होता है। ज़ब दोनों पैथी अलग अलग है, दोनों के आयोग अलग अलग है, फिर कैसे एक आयोग का व्यक्ति दूसरे आयोग के कार्यों की जांच कर सकता है।
कहा कि हम अपने पड़ोसी (सीएमओ ) को अपने घर में झांकने की इजाजत नही दे सकते है। कहा कि हमारे आयोग द्वारा पूरे देशभर के प्रशासनिक अधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को 2022 में ही पत्र भेज कर सूचित भी किया जा चुका है। कहा कि अब पानी सिर से ऊपर चला गया है। अब हम सीएमओ की टीम द्वारा किसी भी उत्पीड़न की कार्यवाही का पुरजोर विरोध किया जायेगा और आवश्यक हुआ तो सर्वोच्च न्यायालय और प्रदेश के मुख्य मंत्री से लगायत प्रधानमंत्री तक अपनी आवाज पहुंचाने का काम करेंगे।
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