अशोक वर्मा
मोतिहारी : राष्ट्रीय सेवा मिशन पूर्वी चंपारण द्वारा सुगौली चीनी मिल के पास बाबू वीर कुंवर सिंह का विजय उत्सव बड़े ही श्रद्धा, सम्मान एवं गर्व के साथ मनाया। कार्यक्रम में संस्था के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लाल बाबू सिंह, प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र नीरज,बेतिया लोकसभा भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर संजय जयसवाल, पूर्व विधान पार्षद बबलू गुप्ता ,भाजपा नेता रामगोपाल खंडेलवाल आदि शामिल हुए । मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र नीरज ने कहा की स्वतंत्रता संग्राम का आरंभ 1857 के पूर्व हुआ था लेकिन 1857 मिल का पत्थर साबित हुआ क्योंकि इस वर्ष देश मे गर्व करने वाली घटनाएं घटी जिसमें 23 अप्रैल 1857 में वीर कुंवर सिंह ने अंग्रेजों से विद्रोह कर देश मे प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन के रूप में स्थापित किया ।जगदीश पुर मे अंग्रेजों को हराकर अपना अधिकार फिर से उन्होंने प्राप्त किया था इसलिए इस दिन को विजय उत्सव दिवस के रूप में मनाया जाता है ।उन्होंने कहा कि आजादी के बाबू वीर कुंवर सिंह तथा अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के गाथाओं को दबाने की साजिश राष्ट्रीय स्तर पर हुई परिणाम यह हुआ कि वीर शहीदो को वह सम्मान नही मिल पाया।
बेतिया के नीवर्तमान सांसद एवं लोकसभा के भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर संजय जायसवाल ने अपने संबोधन में कहा कि बाबू वीर कुंवर सिंह राष्ट्रीय एकता अखंडता एवं स्वाभिमान के प्रतीक थे ।नई पीढ़ी को उनसे बहुत कुछ प्रेरणा और सीख लेने की आवश्यकता है। संस्था के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं भाजपा नेता लाल बाबू सिंह ने कहा कि बाबू वीर कुंवर सिंह शरीके बहुत से सेनानियों ने राष्ट्र के लिए कुर्बानी दी है और अंग्रेजों को टक्कर देकर के लंबे समय से गुलाम भारत को आजादी दिलाने में अपनी भूमिका का निर्वाह किया है ।उन्होंने कहा जिस देश ने अपने सेनानियों का सम्मान किया वह देश दिनों दिन आगे बढ़ता रहा परंतु दुर्भाग्य रहा की देश के सेनानियों को जितना सम्मान मिलना चाहिए था उतना सम्मान नहीं मिल पाया। वर्तमान केंद्र की भाजपा सरकार स्वतंत्रता संग्राम के योद्धाओ को नए रूप में सम्मानित कर रही है। जो एक प्रेरणादायक पहल है। पूर्व विधान पार्षद बबलू गुप्ता ने बाबू वीर कुंवर सिंह को देश का शान कहा कार्यक्रम में उपस्थित रहने वालों में प्रदेश महासचिव बृज किशोर प्रसाद ,प्रखंड अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार ,संगीता कुमारी, विजय सिंह, राज किशोर सिंह, मनीष सिंह थे। उपस्थित सभी लोगों ने बाबू वीर कुंवर सिंह के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा पूर्वक याद किया।