भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र के रक्सौल बार्डर के पास एक नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर ले जा रहे युवक को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि युवक ने अपना धर्म बदल कर एक नेपाली नाबालिग लड़की को प्यार के जाल में फंसा लिया था। वही नाबालिग लड़की को भी बरामद कर लिया किया गया है।
जानकारी देते हुए एसएसबी 47वी वाहनी के मानव तस्कर रोधी इकाई के इंस्पेक्टर मनोज शर्मा ने बताया कि हमें गुप्त सूचना मिली थी कि भारत-नेपाल सीमा से एक नाबालिग लड़की की तस्करी होने वाली है। जिसके बाद बॉर्डर पर जांच बढ़ा दी गई। कुछ ही घंटों बाद एक व्यक्ति के साथ नाबालिग लड़की जाती देखी। एसएसबी की टीम ने संदेह के आधार पर रोक कर पूछताछ करने लगी।
पूछताछ के दौरान उक्त व्यक्ति ने अपना नाम मोहम्मद इम्तेयाज मियां बताया। वह नेपाल में पर्सा जिला का रतनपुर घोराई का रहने वाला है। उसकी शादी हो चुकी है और तीन बच्चे भी है। वह नेपाल में ही मजदूरी करता है। मोहम्मद इम्तेयाज ने बताया कि वह लड़की के गांव में मजदूरी करने गया था।
इसी दौरान उसने नाबालिग लड़की से दोस्ती करने का प्रयास किया। इस दौरान उसने अपना नाम वीरेंद्र बता कर उससे दोस्ती कर लिया, जिसके बाद दोस्ती प्यार में बदल गई। उसके बाद दोनों ने एक मंदिर में जाकर हिन्दू रीति-रिवाज़ के साथ शादी भी कर ली।
लड़की ने एसएसबी के अधिकारी से बताया कि युवक ने पहले अपना नाम वीरेंद्र बताया फिर सख्ती से पूछताछ कर पर उसने अपना नाम मोहम्मद इम्तेयाज मियां बताया। वहीं लड़की ने बताया कि उसने शादी के कुछ दिन बाद बताया कि वह पहले से शादी शुदा है और उसके तीन बच्चे भी है। जिससे मैं कुछ समय के लिए सदमे में आ गई।
वहीं लड़की उसके साथ रहने के लिए तैयार है। वहीं इस शादी से युवक के माता पिता भी खुश है। वहीं लड़की के परिजनों को घटना के बारे में जानकारी दे दी गई है। इस स्पेशल रेस्क्यू ऑपरेशन को सफल करने में इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा, सहायक उपनिरीक्षक अनिल कुमार शर्मा, हवलदार अरविंद द्विवेदी सहित अन्य एसएसबी के जवान शामिल थे।
