- पूर्वी चंपारण जिला ब्रह्मर्षि परिषद में मनी स्वामी जी की जयंती
अशोक वर्मा
मोतिहारी : ब्रह्मर्षि परिषद पूर्वी चंपारण के तत्वाधान में गुरुवार को भूमिहार ब्राह्मण छात्रावास में महान स्वतंत्रता सेनानी एवं किसान आंदोलन के जनक स्वामी सहजानंद सरस्वती की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला ब्रह्मर्षि परिषद के अध्यक्ष सुरेश सिंह ने कहा कि स्वामी सहजानंद जी के विचारों को जीवन में उतारने की जरूरत है और वर्तमान परिवेश में समाज के लोग इससे विमुख होते जा रहे हैं। उन्हें पुनः इस पर ध्यान देने की जरूरत है। स्वामी जी ने किसानों एवं मजदूरों को एकत्रित कर समाज के आर्थिक समृद्धि के लिए जो मुहिम चलाई थी, उसे बरकरार रखने की जरूरत है। उनके विचारों को आत्मसात करके ही समाज आगे बढ़ सकता है। उन्होंने कहा कि कलयुग में संगठन ही शक्ति है और इसकी महत्ता को समझनी होगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए समाज के वरीय नेता राय सुंदर देव शर्मा ने कहा कि आज जरूरत है कि समाज एकजुट हो और किसान ही नहीं बल्कि सभी क्षेत्रों में अपनी अग्रणी भूमिका निभाए। स्वामी सहजानंद जी की भी यही प्रेरणा एवं शिक्षा है। समाज की युआ पीढ़ी को इस मुहिम से जोड़ने की जरूरत है। इसके लिए संगठन का विस्तार प्रखंड स्तर तक किया जाना चाहिए। इस अवसर पर उपस्थित वक्ताओं ने कहा कि स्वामी सहजानंद जी एक क्रांतिदूत थे। स्वामी जी के नाम पर एक पुस्तकालय की स्थापना का प्रस्ताव रखा गया। इसे सभी सदस्यों ने ध्वनि मत से पारित कर दिया। सदस्यों ने कहा कि इस प्रकार का आयोजन ग्रामीण क्षेत्रों में भी किया जाए ताकि समाज के लोग वहां पहुंचे और एकजुट हो सके। इस अवसर पर समाज के ललन राय, श्याम सुंदर सिंह, कृष्ण मोहन सिंह, राजा ठाकुर, विवेक शर्मा, अखिलेश कुमार सिंह, बृजेश किशोर सिंह, उमाकांत सिंह, ललन शुक्ला, शैलेंद्र कुमार, संजय कुमार शुक्ला, सुदिष्ट नारायण ठाकुर, प्रिय रंजन शर्मा आदि ने अपने विचारों को रखा। कार्यक्रम का संचालन विनय कुमार व धन्यवाद ज्ञापन अवधेश कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर राजेश कुमार सिंह, नीरज शर्मा, संजय सिंह, सुधांशु कुमार, प्रोफेसर अखिलेश सिंह, ओमप्रकाश नारायण सिंह, प्रेम प्रकाश सिंह सहित बड़ी संख्या में ब्रह्मर्षि समाज के लोग मौजूद थे।
