रांची : श्री गुरु नानक पब्लिक स्कूल के प्रांगण में शनिवार को प्रत्येक वर्षों की तरह इस वर्ष भी दीपावली महोत्सव को लेकर छात्रों के बीच रंगोली और सजावट प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, जिसमें बच्चों ने रंगोली,दिया सजावट, तोरण और रंग बिरंगी कार्ड भी बनाएं। इस प्रतियोगिता में कक्षा 3 से लेकर 12वीं तक के बच्चें सम्मिलित हुए। बच्चों ने अपनी प्रतिभाओं को दिखाया ।उन्होंने तरह-तरह की रंगोलिया बनाई,कार्ड बनाया,तोरण बनाया और मिट्टी के दीयों को सजाया और एक अलग ही रूप उसे दिया। ऐसा लग रहा था की न जाने कितनी कलाकृतियां उनके अंदर समाहित है।
भारतीय मान्यताओं के अनुसार लोग घर में देवी देवताओं के स्वागत के लिए रंगोली बनाते हैं एवं घर को रोशनियों से जगमगाते हैं। विद्यालय के प्राचार्य हरजाप सिंह ने कहा की रंगोली शब्द प्राचीन दृष्टिकोण से संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ रंगों के जरिए भाव को दर्शना होता है। प्राचार्य ने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ हमारी संस्कृति, हमारी सभ्यता के बारे में भी जानना बच्चों के लिए बहुत जरूरी है। बच्चे जानेंगे तो ही इनके महत्व को समझ पाएंगे। उन्होंने सभी बच्चों की प्रशंसा की।उन्होंने कहा कि बच्चों का संपूर्ण विकास पढ़ाई के साथ-साथ अनेक कलाकृतियों को भी सीखना चाहिए।इस अवसर पर स्कूल प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार हरपाल सिंह अरोड़ा, उपाध्यक्ष सरदार परमिंदर सिंह जस्सल और सरदार कुलजीत सिंह कालरा, उपाध्यक्ष सह प्रबंधक सरदार मनमोहन सिंह लांबा सहित स्कूल प्रबंधक कमेटी के सदस्य सरदार परमजीत सिंह चमन, सरदार हरदीप सिंह, सरदार पुश्विंदर सिंह छाबड़ा, सरदार कुलजीत सिंह छाबड़ा, सरदार इंद्रपाल सिंह सैनी, सरदार ब्रह्म भसीन, सरदार विक्रमजीत सिंह कोहली तथा मीडिया प्रभारी सरदार करमजीत सिंह जग्गी भी उपस्थित रहें। सभी ने बच्चों की प्रतिभाओं को देख उनकी काफी प्रशंसा की।
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