अशोक वर्मा
मोतिहारी : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय पंचमंदिर हेनरी बाजार एवं बनिया पट्टी सेवा केंद्र द्वारा दुर्गा पूजा के अवसर पर नगर के विशाल विवाह भवन में दुर्गा लक्ष्मी एवं सरस्वती माता की चैतन्य झांकी सजाई गई। चैतन्य झांकी के के दर्शन के लिए काफी संख्या में लोग उमड़े ।
झांकी मे दुर्गा के रूप में सीकटिया की कुमारी लवली, सरस्वती के रूप में शिवानी, लक्ष्मी के रूप में ज्योति सजी हुए थी।
चैतन्य झांकी का उद्घाटन मेयर प्रीति गुप्ता ,उत्तर बिहार की वरिष्ठ राजयोगिनी बीके मीना दीदी पूर्व प्राचार्ज शशि कला, डॉ हेनाचंद्रा, बीके अशोक वर्मा एवं योग गुरु शैलेंद्र गिरी ने दीप प्रज्वलित कर किया। उक्त अवसर पर दुर्गा जी के नौ रूपों के आध्यात्मिक रहस्य पर प्रकाश डालते हुए बीके मीना दीदी ने कहा कि दुर्गा अर्थात दुर्गुणों को हरने वाली। भक्ति मार्ग में दुर्गा जी की पूजा शक्ति के रूप में की जाती है। उन्हें शेर की सवारी दिखाने के पीछे का आध्यात्मिक रहस्य यही है । उन्होंने दुर्गा के नौ रूपों पर बताया कि शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी ,चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायीनी , कालरात्रि, महागौरी एवं सिद्धयात्री का है।
उन्होंने कहा कि दुर्गा जी का नौ रूप वास्तव में अष्टशक्ति का प्रतीक है जिसमें सामना करने की शक्ति, निर्णय शक्ति, सहनशक्ति, सहयोग की शक्ति,समेटने की शक्ति, समाने की शक्ति, परखने की शक्ति ,संकीर्ण करने की शक्ति आदि है।उन्होंने कहा कि दुर्गा जी की महिमा शक्तियों के कारण ही है। योग गुरु शैलेंद्र गिरी ने धर्म शास्त्रों मे दुर्गा की महिमा पर विस्तार से कहा। मेयर प्रीति गुप्ता ने कहा कि जिस तरह नवरात्रि मे नारी की महिमा और मान बढ जाता है,यह मान हमेशा कायम रहे ।कार्यक्रम के संचालन के दौरान बीके अशोक वर्मा ने कहा कि जब दुनिया घोर अंधियारे में चली जाती है तब परमपिता परमात्मा शिव बाबा का अवतरण भारत की भूमि पर होता है और भी सबसे पहले शक्ति को अडॉप्ट करते हैं जिनका नाम दुर्गा रखते है। दुर्गुणों को हरने वाली दुर्गा की मूर्ति के हाथो में अर्थ शस्त्र दिखाने के रहस्य पर श्री वर्मा ने कहा कि दरअसल योग की शक्ति का प्रतीक के रूप मे तमाम शस्त्र है। और वे विकार रुपि असूरो का विनाश अपनी शक्ति से करती है। प्रसिद्ध महिला चिकित्सा का एवं भाजपा की वरिष्ठ नेता डॉक्टर हेना चंद्रा ने कहा कि दुर्गा पूजा में कन्याओं की पूजा होती है लेकिन पूजा के दिन कन्यायों को अब ढूंढना पडता है। गर्भ में ही कनयायों को मारने का यह फल है। कार्यक्रम में सीकटिया सेवाकेन्द्र की बीके नीतू बहन ,बीके अनिता,बीके पूनम,बीके सारीका,बीके प्रतिमा जायसवाल ,बीके श्वेता ,बीके पूजा, बीके माला ने दुर्गा जी की आरती बड़े ही आत्मिक भाव से उतारी । उक्त अवसर पर चैतन्य झांकी दुर्गा, लक्ष्मी ,सरस्वती के साथ-साथ राजयोगिनी बीके मीना दीदी , मोतिहारी सेवा केंद्र प्रभारी बीके विभा,बीके नीतू बहन को चुनरी ओढाया गया साथ साथ मुकुट पहनाकर सम्मानित किया गया और आरती उतारी गई। कार्यक्रम खेत में सभी अतिथि गणो को ईश्वरीय सौगात भेंट की गई।
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