- पंचायती राज पदाधिकारी व स्वास्थ्यकर्मियों ने लिया टीबी मरीजों को गोद
- फूड बास्केट के उपयोग से सुधरेगी सेहत
बेतिया । जिले के मझौलिया प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ ओमप्रकाश निक्षय मित्र बनकर टीबी मरीजों के सहयोग को आगे आए हैं। उनके नेतृत्व में 25 व्यक्तियों ने भी यक्ष्मा मरीजों के सहयोग का बीड़ा उठाया है। डॉ ओमप्रकाश ने बताया कि टीबी की बीमारी को 2025 तक खत्म करने के लिए सरकार और स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयास कर रहा है। टीबी मरीजों को मुफ्त इलाज के साथ आर्थिक सहायता दी जा रही है। साथ ही सरकारी कर्मचारी व समाजसेवी संस्थाओं, जनप्रतिनिधि व आम लोगों को निक्षय मित्र बनकर टीबी मरीजों को पोषण सम्बंधित मदद करने का मौका दे रही है। इसी अभियान से जुड़कर उन्होंने
पंचायती राज पदाधिकारी रंजन कुमार समेत स्वास्थ्यकर्मियों को टीबी मरीजों को गोद लेकर पोषण सम्बंधित सहयोग करने का सुझाव दिया। जिसपर सहमति जताते हुए 25 व्यक्तियों ने निक्षय मित्र बनकर टीबी मरीजों को पोषण सम्बंधित सहयोग किया।
छह महीने तक लगातार फूड बास्केट उपलब्ध करायी जाएगी:
चिकित्सा पदाधिकारी डॉ ओमप्रकाश ने बताया कि टीबी से ग्रसित होने पर मरीजों की सेहत बिगड़ जाती है। ऐसे में उन्हें दवाओं के साथ पौष्टिक आहार की जरूरत होती है। आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण टीबी मरीज खाने- पीने में पोषक आहार नहीं ले पाते हैं। जिससे उनके शरीर में पोषक तत्वों की कमी की वजह से कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। उन्हीं पोषण सम्बंधित जरूरतों को पूरा करने में सहयोग के लिए अंडे, दूध, अनाज, तेल, दाल, मूंगफली आदि सामान छह महीने तक निःशुल्क उपलब्ध करायी जाएगी।
ये बनें निक्षय मित्र:
मझौलिया प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ ओम प्रकाश, पंचायती राज पदाधिकारी रंजन कुमार, डॉ लुकमान, राहुल कुमार, अशोक कुमार, नुरूल इस्लाम, प्रभाकर कुमार, अनिता कुमारी, एएनएम रिन्की कुमारी, सबिता कुमारी, नेहा कुमारी, नीलम सिन्हा, पूनम कुमारी व अन्य स्वास्थ्यकर्मियों व समाजसेवी निक्षय मित्र बनकर टीबी मरीजों को पोषण सम्बंधित सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि- स्वास्थ्य केंद्र व अन्य स्थानों पर भी स्वास्थ्य विभाग व केएचपीटी के माध्यम से कैंप लगाकर टीबी के बारे में प्रचार- प्रसार किया जाता है।
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