- जिला प्रशासन एप में आए शिकायतों का नगर आयुक्त की अध्यक्षता में बनाए गए सेल के माध्यम से त्वरित समाधान करवाया जाएगा।
गया । पितृपक्ष मेला के अवसर पर देश-विदेश से आने वाले तीर्थ यात्रियों को बेहतर से बेहतर सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से आज पितृपक्ष मेला में प्रतिनियुक्ति सभी दंडाधिकारियों, पुलिस पदाधिकारी, सुपर जोनल, जोनल, सेक्टर पदाधिकारी, महिला दंडा अधिकारी, सभी पदाधिकारी के साथ महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र बोधगया में जिला पदाधिकारी एवं नगर पुलिस अधीक्षक की संयुक्त अध्यक्षता में ब्रीफिंग की गई है
जिला पदाधिकारी ने बताया कि इस वर्ष पितृपक्ष मेला 28 सितंबर से प्रारंभ होकर 14 अक्टूबर तक चलेगा। इस बीच लाखों लाख तीर्थयात्री गया जिला में आकर विष्णुपद देवघाट सहित अन्य वेदी स्थल में तर्पण करते हैं। पितृपक्ष मेला अवधि में तीर्थ यात्रियों को विधि व्यवस्था, यातायात व्यवस्था तथा अन्य आवश्यक व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन कटिबद्ध है। पूरे मेला क्षेत्र में 43 जोन को विभक्त कर 329 सेक्टर में बाँटते हुए सभी सेक्टर में पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, महिला दंडाधिकारी, महिला पुलिस पदाधिकारी एवं पर्याप्त संख्या में पुलिस बल लगाए गए हैं।जिला पदाधिकारी ने कहा कि 28 सितंबर को गोदावरी तालाब में तर्पण किया जाएगा इसके पश्चात उक्त तिथि से लेकर 14 अक्टूबर तक विभिन्न सरोवरों एवं पिंड वेदियों में तर्पण अनुष्ठान किया जाएगा। सभी दंडाधिकारी को निर्देश दिया कि पूरे अच्छी तरीके से निर्गत जॉइंट ऑर्डर को पढ़कर अपने दायित्व एवं ड्यूटी स्थान को जान लें।
सभी प्रतिनियुक्ति पदाधिकारी पूरी तत्परता से अपनी ड्यूटी को करें। सभी पिंड स्थल का अपना अलग-अलग महत्व है। अलग-अलग तिथि में अलग-अलग पिंड वेदी पर तीर्थ यात्रियों का भीड़ रहेगा इसके अलावा पितृपक्ष मेला के पूरे अवधि में देवघाट एवं विष्णुपद मंदिर में भीड़ यात्रियों की रहेगी। क्राउड मैनेजमेंट सबसे प्रमुख चलेंगे रहेगा।इसे पूरी तत्परता के साथ अनुपालन कराएंगे किसी भी तीर्थयात्री को जान माल का क्षति नहीं हो, कोई व्यक्ति तालाब में नहीं दुबे इसका पूरा ध्यान रखना होगा। सभी सरोवरों एवं देवघाट में एसडीआरएफ, गोताखोर एवं लाइव जैकेट की उपलब्धता रखी गई है साथ ही नाव की भी व्यवस्था रखी गई है। सरोवरों में बैरिकेडिंग के साथ-साथ साइन बोर्ड भी लगाए गए हैं। विष्णु पद मंदिर के इर्द-गिर्द देव घाट के जाने वाले रास्ते काफी संकीर्ण है। इन सभी बिंदु को चौक पॉइंट चिन्हित किया गया है। भीड़ नियंत्रण के लिए सेपरेट पदाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी की टीम रखी गई है ताकि कहीं भी भगदड़ की स्थिति नहीं हो सके। उन्होंने कहा कि शमशान घाट से लेकर गया जी डैम तक एक समय में एक साथ 30 हजार तीर्थ यात्री एक साथ बैठकर तर्पण कर सकते हैं। उसके पश्चात सभी तीर्थ यात्रियों का होङ रहता है कि वह मंदिर दर्शन करें। इस चीज पर विशेष ध्यान एवं सतर्कता बरतनी है कि तीर्थयात्री आसानी से कतारबद्ध तरीके से मंदिर में दर्शन करें। तीर्थ यात्रियों के आवागमन का पूरा अच्छा तरीके से प्लान तैयार करें। सभी सार्वजनिक स्थान तथा शिविरों में एंबुलेंस का नंबर भी प्रदर्शित किया गया है इसके अलावा विभिन्न इमरजेंसी सेवाएं यथा फायर सेवाएं का भी नंबर प्रदर्शित कराया गया है। विशेष स्थिति में यदि किसी तीर्थयात्री को इमरजेंसी सेवा की आवश्यकता हेतु उसे स्थान पर प्रतिनियुक्ति संबंधित अधिकारी नजदीकी नियंत्रण कक्ष से संपर्क कर उस तीर्थ यात्री को समुचित मदद उपलब्ध करा सके। देवघाट एवं विष्णुपद मंदिर में भीड़ नियंत्रण तथा अन्य व्यवस्था का नोडल वरीय पदाधिकारी उप विकास आयुक्त को बनाया गया है। जिला पदाधिकारी ने कहा कि सेफ्टी एवं सिक्योरिटी के साथ सभी तीर्थ यात्रियों को दर्शन करवाये। तीर्थ यात्रियों को कोई परेशानी ना हो इसी उद्देश्य के साथ आप कार्य करें। स्थानीय स्तर पर पंडा समाज से जरूर संवाद करें। सभी सेक्टर पदाधिकारी अपने ड्यूटी स्थान पर विभिन्न तीर्थ यात्रियों से बातचीत कर उनकी बातों को समझें यदि उनकी कोई समस्याएं हैं तो उसे तुरंत समाधान करवाने पर कार्य करें।
सभी जोनल पदाधिकारी का दायित्व होगा कि अपने स्तर के सभी सेक्टर पदाधिकारी की उपस्थिति शत प्रतिशत सुनिश्चित करावे। सभी दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी अपने मोबाइल में पिंडदान ऐप को इंस्टॉल करें एवं पिंडदान एप में एक फीचर दिया गया है जिसमें आप डायरेक्टली शिकायत,समस्या को दर्ज कर सकते हैं। जिला प्रशासन उक्त एप में आए शिकायतों का नगर आयुक्त की अध्यक्षता में बनाए गए सेल के माध्यम से त्वरित गति से समाधान करवाया जाएगा।
मेला क्षेत्र के सभी स्थानों पर पर्याप्त संख्या में तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए टॉयलेट लगवाई गए हैं। निरंतर साफ सफाई होते रहे इसे सुनिश्चित करवाये। सभी पार्किंग स्थलों पर रोशनी का पुख्ता इंतजाम, ड्राइवर खलासी को रहने की व्यवस्था तथा टॉयलेट एवं पेयजल की भी व्यवस्था सुनिश्चित रखें।
जिला पदाधिकारी ने कहा कि किसी भी क्षेत्र में तीर्थ यात्रियों को किसी प्रकार का कोई ह्रास नहीं किया जाए, इसे सुनिश्चित करवाये। मेला क्षेत्र और बस स्टेशन रेलवे स्टेशन इत्यादि में कहीं भी दूषित खाना नहीं बेचे अथवा नहीं परोसे इस पर पूरी निगरानी रखें। सभी पदाधिकारी प्रॉपर ड्रेस कोड में रहकर ड्यूटी का निर्वहन करें। सभी तीर्थ यात्रियों के साथ अच्छा एवं मधुर व्यवहार रखें पूरे सेवा भाव के साथ अपनी ड्यूटी करें, ताकि वह एक अच्छी सकारात्मक छवि लेकर वह अपने घर वापस लौटे। इस अवसर पर नगर पुलिस अधीक्षक, नगर आयुक्त, उप विकास आयुक्त, अपर सम्हर्ता राजस्व, अपर समाहर्ता लोक शिकायत, वरीय उप समाहर्ता, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, नगर पुलिस उपाधीक्षक सहित जिला स्तरीय वरीय पदाधिकारी गण तथा विभिन्न स्थान पर प्रतिनियुक्ति सभी दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी उपस्थित थे।
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