आयुष्मान भारत योजना से अधिक से अधिक लाभार्थी को जोड़ा जाये: सिविल सर्जन

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  • 16 हजार से अधिक लाभार्थियों ने योजना की मदद से कराया नि:शुल्क इलाज
  • आयुष्मान भारत कार्यक्रम के लाभार्थियों से सिविल सर्जन ने किया संवाद 
गया।आयुष्मान भारत योजना के पांच साल पूरे होने के उपलक्ष्य में शहर के जय प्रकार नारायण सदर अस्पताल सभागार में आयुष्मान दिवस समारोह का आयोजन किया गया है इस समारोह का आयोजन आयुष्मान भव: कार्यक्रम के जिला क्रियान्वयन ईकाई द्वारा किया गया है ।इस समारोह के मुख्य अतिथि सिविल सर्जन डॉ रंजन कुमार सिंह रहे हैं।इस मौके पर उनके साथ आयुष्मान भारत जिला कार्यक्रम समन्वयक नलिन मौर्य, बीएचएम संजय अंबष्ट, आइटी मैनेजर रीना, प्रोजेक्ट कॉर्डिनेटर कल्याणी और सीएससी मैनेजर सहित डेवलपमेंट पार्टनर सेंटर डायरेक्ट के प्रतिनिधि, सीएससी आपरेटर तथा आरोग्य मित्र आदि मौजूद रहे हैं इस समारोह का शुभारंभ सिविल सर्जन ने दीप प्रज्वलित कर किया है।उन्होंने बताया आयुष्मान भारत समारोह के आयोजन का मुख्य उद्देश्य इस योजना के लाभार्थियों के साथ संवाद स्थापित करना है।अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना से अधिक से अधिक लाभार्थी को जोड़ा जाये। यह देश की एक बड़ा लोक कल्याणकारी योजना है। अधिक से अधिक संख्या में आयुष्मान कार्ड बनाया जाये। कॉमन सर्विस सेंटर के आपरेटरों को प्रेरित करते हुए कहा कि आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए अपने स्तर से लोगों को जागरूक करें और बताया कि अब तक कुल 16 हजार से अधिक लाभार्थी इस योजना की मदद से मुफ्त इलाज करा चुके हैं। इनमें दर्जनों लाभा​र्थी ऐसे हैं जो गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर और ह्रदय रोग जैसी बीमारियों को इलाज करा पाने में सक्षम हुए हैं।
आयुष्मान भारत के जिला कार्यक्रम समन्व्यक नलिन मौर्य ने बताया कि समारोह में 45 से अधिक आयुष्मान योजना के लाभार्थियों ने हिस्सा लिया है ।कार्यक्रम के दौरान बेहतर कार्य करने वाले कॉमन सर्विस सेंटरों के आॅपरेटरों को मोमेंटो दे कर पुरस्कृत किया गया है ।इस मौके पर मगध मेडिकल कॉलेज और जेपीएन सदर अस्पताल में कार्यरत आरोग्य मित्र शुभम कुमार ​एव विकास पटेल को प्रशस्ति पत्र दिया गया है ।आयुष्मान भारत कार्यक्रम के प्रति लोगों को जागरूक करने, कार्ड बनवाने के लिए प्रेरित करने जैसे कामों के लिए सेंटर डायरेक्ट एवं सीएससी के जिला समन्वयक को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया है।
शेरघाटी प्रखंड के जमील अख्तर ने बताया कि उन्हें गले में कैंसर रूपी गांठ थी जिसका उपचार करना बेहद खर्चीला था। आयुष्मान कार्ड बनने से पूर्व इलाज में काफी परेशानी आ रही थी, काफी पैसा खर्च हो रहा था लेकिन आयुष्मान कार्ड सही समय पर मिल जाने के कारण उन्होंने अपने गांठ का ऑपरेशन कराया गया है।इस योजना के तहत उनका नि:शुल्क इलाज हो पाया गया है।अस्पताल में इलाज के दौरान किसी भी प्रकार का समस्या का सामना नहीं करना पड़ा है।इस समारोह के दौरान जिला आईटी मैनेजर रीना ने आयुष्मान कार्ड बनाने को ले कर ऐप की जानकारी दी गई है ।प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर कल्याणी कुमारी द्वारा आभा बनाने की जानकारी प्रतिभागियों को दी गयी है।
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