- जिला यक्ष्मा केंद्र में मरीजों क़ो मिलती है जाँच व ईलाज की निःशुल्क सुविधा
- टीबी मरीजों के सम्पर्क में रहने वाले लोगों को सीवाई टीबी इंजेक्शन लगाकर की जा रहीं है जाँच
बेतिया : टीबी संक्रमित रोगियों के पहचान में अब “सीवाई” टीबी इंजेक्शन काफ़ी कारगर साबित हो रहा है। जिला यक्ष्मा केंद्र बेतिया में टीबी मरीजों के सम्पर्क में रहने वाले 30 से ज्यादा लोगों को गुरुवार क़ो सीवाई टीबी इंजेक्शन लगाकर जाँच की जा रहीं है की वे लोग भी कहीं टीबी से संक्रमित तो नहीं। इस सम्बन्ध में डॉ चेतन जायसवाल ने कहा की टीबी मरीजों के सम्पर्क में रहने वाले लोगों को सीवाई इंजेक्शन दी जा रहीं है ताकि यह पहचान हो सकें की उनके अंदर टीबी का बैक्टीरिया है कि नहीं, उन्होंने बताया की अगर इंजेक्शन लेने वाले व्यक्ति में टीबी रोग पाई जाती है तो उन्हें टीबी की दवा खिलाई जाएगी। वहीं सम्पर्क में रहने वाले लोगों को टीपीटी दवा चलाई जाएगी। उन्होंने कहा की प्रधानमंत्री टीबी मुक्त अभियान के अन्तर्गत तीव्र गति से जिले में टीबी मरीजों की खोज की जा रही है। उन्होंने बताया की इस टीके की खूबी है इसे लगाए जाने के 48-72 घंटे में लोगों के अंदर छुपे हुए टीबी का पता चलेगा। यह टीका 18 वर्ष से उपऱ आयु वर्ग के लोगों को दी जाएगी। उन्होंने बताया की टीबी रोगियों के पहचान एवं उपचार में इसका काफ़ी सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेगा। उन्होंने बताया की इसको लेकर एसटीएस, एसटीएलएस, लैब तकनीशियन, सीएचओ एवं एएनएम को प्रशिक्षित किया जा चुका है। मौके पर उपस्थित ट्राई डीसी निधि राय ने कहा की जनस्वास्थ्य पहल में ट्राई एक पेशेंट-प्रोवाइडर सपोर्ट एजेंसी के रूप में कार्य कर रही है एवं महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहीं है।
सीवाई टीबी जांच का उद्देश्य उन लोगों में संक्रमण की पहचान करना है, जो किसी टीबी मरीज के करीबी संपर्क में रहे हों। इस जांच के ज़रिये संक्रमण को शुरुआती चरण में ही पकड़ा जा सकता है, जिससे आगे फैलने से रोका जा सके। उन्होंने बताया की हम निजी क्षेत्र के चिकित्सकों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं ताकि हर संभावित मरीज और उनके संपर्क में आनेवाले व्यक्ति समय पर जांच और इलाज पाकर सुरक्षित हो सके। निधि राय ने कहा की 2025 में टीबी मुक्त बनाना भारत सरकार का लक्ष्य है।
मौके पर डॉ चेतन जायसवाल, ट्राई जिलाप्रतिनिधि निधि राय, डाटा इंट्री ऑपरेटर सह इंचार्ज डीपीसी सुर्यनारायण साह, एसटीएस प्रभुनाथ साह, रामकृपाल यादव, संतोष कुमार, एएनएम व अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थें।
