मामला बिहार के भागलपुर जिले का है जहां नवगछिया के रंगरा में 2 दिन से लापता महिला का शव मिलने से स्थानीय लोगों ने रविवार को जमकर बवाल काटा। वही मौके पर पहुंची पुलिस को लोगो ने खदेड़ दिया। इतना ही नही आक्रोशित लोगो ने पुलिस जीप समेत कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान पत्रकारों के साथ मारपीट भी की गई जिसमें एक पत्रकार को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार दोनों ओर से कई राउंड फायरिंग हुई है, हालांकि नवगछिया एसपी पूरण कुमार झा ने फायरिंग की बात से इनकार किया है।
आपको बता दे कि आक्रोशित लोगो ने दक्षिणबाड़ी टोला में तीन बाइक, एक पुलिस की गाड़ी, पंचायत सीमित की गाड़ी में आग लगा दी। घटना के बाद नवगछिया एसडीपीओ नवगछिया एसपी सहित कई पुलिस पदाधिकारी मौके पर पहुंचे गए।
वही पुलिस ने घंटों की मशक्कत के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। साथ ही जांच के लिए मौके पर एफएसएल टीम पहुंची। एसपी ने बताया कि शव मिलने के बाद लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस को खदेड़ा गया। गाड़ियां जलाई गई हैं। पूरे मामले की जांच होगी।
आपको बता दे कि शुक्रवार को 32 वर्षीय महिला शोभा देवी दूध बेचने के लिए निकली थी। महिला कारे ठाकुर के यहां दूध पहुंचाने गई थी। इसके बाद से वह लापता थी। परिजनों ने पुलिस से लिखित शिकायत भी की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। वही आज 2 दिन बाद शोभा देवी की लाश रंगरा गांव से क्षत-विक्षत स्थिती में बरामद हुई है। जिसके बाद परिजन भड़क गए और पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाने लगे।
वही पुलिस ने बवाल के बाद पंचायत समिति सदस्य जिम्मी ठाकुर समेत चार लोगों को हिरासत में लिया है। जिम्मी पर ही हत्या का आरोप लग रहा है। फिलहाल जिम्मी सहित दो लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लोगों ने इन दोनों को जमकर पीटा था। लोगो ने रंगरा थाना के दारोगा सुजीत कुमार सिंह पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगा है। इसकी जांच एसपी के आदेश अनुसार की जा रही है।
मामला को शांत कराने के लिए एसपी पूरण कुमार झा ने बताया कि आज सुबह एक महिला का शव मिला है। मौके पर पहुंच कर जांच कर कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। वहीं, इस दौरान गांव के लोगों की तरफ से पुलिस पर हमला किया गया। फायरिंग को लेकर उन्होंने कहा कि फायरिंग हमारे तरफ से नहीं हुई है, अगर हुई है तो जांच होगी।
आगजनी को लेकर भी जांच की जा रही है। एसडीपीओ और डीएसपी भी घटना स्थल पर मौजूद है। पुलिस बल की कई टुकड़ियां रंगरा गांव भेज कर मामला को तत्काल शांत कराया है, लेकिन स्थिति अभी भी संवेदनशील बनी हुई है। पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील है। मामला जबतक शांत नहीं होता, पुलिस गांव में कैंप करेगी।
44