प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान- स्वास्थ्य केंद्रों में हुई गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच

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  • एएनसी कैंप हरनाटांड, बगहा 02, नरकटियागंज में सैकड़ों महिलाओं की हुई जाँच 
  • प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत शिविर लगा कर होती है जाँच व इलाज
  • आयरन, कैल्सियम व अन्य दवाओं का हुआ वितरण 
बेतिया । जिले भर के स्वास्थ्य केंद्रों में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच महिला चिकित्सक, नर्स व स्वास्थ्य कर्मियों की देखरेख में की गई । इस दौरान एएनसी कैंप हरनाटांड, बगहा 02, नरकटियागंज, में काफ़ी भीड़  देखी गईं। सैकड़ों  की संख्या में महिलाओं की एएनसी जाँच के साथ हीमोग्लोबिन, शुगर, एचआईवी, बीपी, वजन आदि जाँच की गईं। मौके पर आयरन, कैल्सियम व अन्य दवाओं का  वितरण भी किया गया। इस अवसर पर महिला चिकित्सकों ने गर्भवती महिलाओं को एनीमिया से बचाव को लेकर लौह तत्व युक्त हरी पत्तेदार साग -सब्जी, फल, दूध, अंडा, मांस- मछली, चुकंदर, केला, मौसमी फल खाने की सलाह दी।
गर्भवती महिलाओं को आयरन, कैल्सियम की गोली का सेवन करना जरूरी है:
डीसीएम राजेश कुमार ने बताया कि गर्भावस्था में पोषक तत्वों की आवश्यकता बढ़ जाती है। इस दौरान पर्याप्त मात्रा में कैल्सियम, आयरन लेने से समय से पूर्व नवजात की मृत्यु को रोका जा सकता है। कैल्सियम लेने से माता की हड्डियां मजबूत होती हैं। मां के दूध में कैल्सियम की मात्रा बढ़ने से नवजात की हड्डियों का विकास भी अच्छा होता है। वहीं गर्भवती महिलाओं को एनीमिया से बचने के लिए आयरन की180 गोली प्रसव से पहले व 180 गोली प्रसव के बाद 6 महीने तक लेनी चाहिए। इससे खून की कमी का खतरा नहीं रहता एवं जच्चा बच्चा दोनों सुरक्षित रहता है।
मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी हेतु एएनसी जांच जरूरी :
सिविल सर्जन डॉ श्रीकांत दुबे ने बताया कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी करने के लिए एएनसी जांच को सबसे महत्वपूर्ण बताया गया है। जांच के जरिये गर्भावस्था की गंभीर जटिलताओं को समय रहते दूर करते हुए माता और शिशु की  प्राणों की रक्षा की जा सकती है। जिले के सभी अस्पतालों के साथ-साथ सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य संस्थानों में  प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के अन्तर्गत प्रत्येक महीने एएनसी जांच की जाती है। इस दौरान जांच को आई गर्भवती महिलाओं की हाई रिस्क प्रेग्नेंसी (एचआरपी), एचबी प्रतिशत, एचआईवी, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज आदि का परीक्षण किया जाता है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक सरकारी अस्पताल में हर माह की नौंवीं एवं 21तारीख को आरोग्य दिवस का आयोजन कर एएनसी जांच के साथ ही महिलाओ को सुरक्षित प्रसव, परिवार नियोजन के विषय में स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा जानकारी दी जाती है।
गर्भवती महिलाएं ऐसे रखें ख्याल :
-संतुलित आहार का सेवन करें।
-डाइट में विटामिन शामिल करें ।
-तेल, घी मसालेदार खाने से परहेज़ करें ।
– किसी प्रकार की तकलीफ हो तो डाक्टर से संपर्क करें ।
-हर दिन हल्का व्यायाम जरूर करें
-तनाव न लें।
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