आप सोच रहे होगें कि एैसा सवाल मैने क्यू पुछा। दरसल बात यह है कि हर दिन जिस तरह से बिहार में शराब की बरामदगी हो रही है वह अपने आप में शराब बंदी कानून पर एक बड़ा सवाल खरा कर रहा है। क्योकि यहां सवाल यह है कि अगर बिहार में शराब बिक नही रही है तो शराब की तस्करी क्यो हो रही है।
क्यों शराब तस्कर अपने जान को जोखिम में डालकर हर दिन शराब तस्करी के लिए नए नए तरीके अपना रहे है। और क्यो हर दिन हजारो लीटर शराब पुलिस द्वारा पकड़ी जा रही है।
वही अगर लोगो की माने तो लोगो का कहना है कि बिहार में शराब बिक रही है बस शराब बेचने का तरीका बदल गया है। पहले लोगो को शराब खरीदने के लिए दुकान पर जाना पड़ता था और अब शराब खुद लोगो के पास पहुंच जाती है।
ताजा मामला बिहार के गोपालगंज जिले कुचायकोट थाना क्षेत्र भठवा मोड़ और विशम्भरपुर थाना क्षेत्र के प्लाई फैक्ट्री के पास की है। जहां शराब की तस्करी को देख पुलिस भी हैरान रह गई। दरसल गोपालगंज में उत्पाद विभाग के बलथरी टीम ने कार्रवाई करते हुए सात बाइक और चार तस्कर को गिरफ्तार किया है। मौके का फायदा उठाकर अन्य तस्कर फरार होने में सफल रहे।
मामले को लेकर उत्पाद अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया की उत्पाद विभाग के बलथरी टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की। इस दौरान टीम ने चार तस्कर को गिरफ्तार किया। जिसमें एक तस्कर अपने पूरे शरीर में टेप के सहारे शराब की बोतलें चिपका कर तस्करी कर रहा था। वहीं अन्य तस्कर अपने बाइक के डिक्की, पेट्रोल की टंकी उसके सीट में बने तहखाना से करीब पांच सौ शराब की टेटा पैक बरामद किया गया। बरामद शराब को तस्कर यूपी से लेकर गोपालगंज आ रहे थे इसी बीच गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की गई।