भारत नेपाल सीमा रक्सौल में नहीं रुक रहा  मानव तस्करी, फिर पकड़ा गया एक तस्कर और नाबालिक  नेपाली लड़की

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ब्यूरो अशोक वर्मा
भारत नेपाल सीमा रक्सौल 28 अक्टूबर चंपारण  : भारत नेपाल सीमा रक्सौल में बस करके झांसी में फंस फंसकर बाहर भेजने के क्रम में एक नेपाली लड़की और मानव तस्कर पकड़ में आया। भेजी जा रही एक और नेपालीलडकी   का किया गया रेस्क्यू, और नेपाली नाबालिग लड़की को झांसे में फंसा कर ले जाते समय व्यक्ति को एएचटीयू, 47वीं वाहिनी एसएसबी एवम प्रयास जैक सोसाइटी के संयुक्त तत्वधान में पकड़ा गया
पर त्योहारों के मौके पर भीड़भाड़  का लाभ उठाकर मानव तस्कर काफी सक्रिय हो जाते हैं। भारत नेपाल सीमा से मानव तस्करी के मामले में एक प्रचलन बहुत अधिक देखने में आ रहा है कि तस्कर अपने नेटवर्किंग में अपना नाम धर्म और  पहचान छुपाकर नेपाल की पहाड़ी  लड़कियों के भोलेपन और गरीबी का फायदा उठाकर उन्हें सोशल मीडिया के प्रलोभन में  झांसा दे कर बाहर भेज रहे हैं।  जाल में फंसी लडकियां अवैध आर्केस्ट्राओं, रेड लाईट एरिया, देहव्यापार, अंग-तस्करी और आईएसआई जैसे आतंकी संगठनो के पास  भेज दी जाती हैं। बाद में लंबे समय तक इनके मां-बाप पैसे की प्रतीक्षा करते हैं और पैसे के लोभ में बेटी को भी गंवा देते हैं,। इसके बाद अपने दिल पर पत्थर रख कर सब्र कर लेते हैं।. ऐसा ही मामला भारत नेपाल बोर्डर के समीप रक्सौल मे एक बार फिर देखने में आया.।
मानव तस्करी रोधी इकाई क्षेत्रक मुख्यालय एसएसबी बेतिया अवस्थिति कार्यालय 47वीं  वाहिनी एसएसबी रक्सौल के इन्स्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा को एक सूचना मिली कि एक पहाड़ी और नेपाली सी दिखने वाली लड़की को कोई व्यक्ति रक्सौल के  पंटोका हाजमो टोला के आस पास ले कर कहीं निकालने की तैयारी में है. त्वरित कार्यवाही की गयी और उस लड़की और व्यक्ति को टीम द्वारा खोज लिया गया. फिर प्रयास जुबेनाइल एड सेंटर रक्सौल टीम भी काउंसिलिंग के लिए पहुँच गयी. पूछताछ और काउंसिलिंग की गयी.
मानव तस्करी रोधी इकाई क्षेत्रक मुख्यालय (एसएसबी) ने जब पूछताछ की तब सामने यह आया कि  मोहम्मद इरफ़ान खान ने पीड़ित लड़की के साथ लगभग एक महीने पहले ही टिक-टोक के माध्यम से दोस्ती की थी. मोहम्मद इरफ़ान खान ने पीड़ित नेपाली लड़की मनीषा चोधरी (बदला हुआ नाम) को अपना हिन्दू नाम विवेक चौधरी बताया और अपने को हिन्दू धर्म का व् थारु भी बताया. उसने लड़की को अपने पिता के बारे में झूट कहा था कि उसके पिता नेपाल पुलिस में डीएसपी हैं और अपना घर काठमांडू व् बीरगंज (नेपाल) में बताया था जबकि वो बिहार का रहने वाला है. लड़की को पता ही नहीं था कि मोहम्मद इरफ़ान खान पहले से ही शादीशुदा है और उसके चार बच्चे भी हैं.
प्रयास जुबेनाइल एड सेंटर रक्सौल ने काउंसिलिंग की तब सामने आया कि नाबालिग लड़की ग्यारह कक्षा की छात्रा है उसके घर वाले बहुत गरीब हैं तथा  मोहम्मद इरफ़ान खान के घर भी सम्पर्क करने की कोशिश की थी जिससे लड़की को विश्वास दिलाया जा सके कि वो सिर्फ उससे ही शादी करेगा तथा  इससे लड़की का विश्वास और अधिक गहरा हो गया इसलिए उसके झांसे में फंस गयी. लड़की ने सोचा कि जो उसके माता-पिता से बात कर रहा है वो सही ही होगा. लड़की ने रोते हुए बताया कि व्यक्ति ने उसके साथ यौन शोषण भी किया था.
अंत: पीड़ित नेपाली नाबालिग लड़की को और पकडे गए व्यक्ति को ओ.पी पुलिस हरैया को सौंप दिया गया और प्रयास जुवेनाइल एड सेन्टर पूर्वी चंपारण के सामाजिक कार्यकर्ता विजय कुमार शर्मा द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई गई इस प्रकार नेपाल से भारत लायी गयी नेपाली नाबालिग लड़की को बचा लिया गया.
मौके पर मानव तस्करी रोधी इकाई क्षेत्रक मुख्यालय एसएसबी बेतिया अवस्थिति कार्यालय 47वीं  वाहिनी एसएसबी रक्सौल के इन्स्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा, उप-निरीक्षक नेहा सिंह, कांस्टेबल पम्मी मिश्रा, प्रयास जुबेनाइल एड सेंटर रक्सौल से आरती कुमारी, विजय शर्मा, अभिषेक कुमार उपस्थित रहे.
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