- नए जिला यक्ष्मा पदाधिकारी के रुप में दिया योगदान
- टीबी मुक्त पंचायत के लिए 15 जनवरी तक करना होगा दावा
- प्रत्येक पंचायत में प्रति हजार पर तीस जांच का था लक्ष्य
सीतामढ़ी। नए जिला यक्ष्मा पदाधिकारी के रूप में डॉ जेड जावेद ने अपना पदभार संभालते ही टीबी मुक्त पंचायत के लक्ष्य पूर्ति पर अपनी पहली बैठक की। भारत सरकार के महत्वपूर्ण कार्यक्रम राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत जिले के सभी प्रखंडों से 2-2 पंचायत को टीबी मुक्त बनाने हेतु लक्ष्य निर्धारित किया गया था। डॉ जावेद द्वारा योगदान करते ही सभी यक्ष्मा पर्यवेक्षकों को बुलाकर टीबी मुक्त पंचायत हेतु अब तक किए गए प्रयासों की समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान डॉ जावेद ने बताया कि 15 जनवरी तक टीबी मुक्त पंचायत घोषित किए जाने हेतु दावा करने का समय निर्धारित किया गया है। इसके पश्चात जिला स्तरीय एवं राज्य स्तरीय टीम द्वारा उक्त पंचायत की गहन जांच की जाएगी एवं सही पाए जाने पर विश्व यक्ष्मा दिवस 24 मार्च 2024 को जिला पदाधिकारी द्वारा उक्त पंचायत को टीबी मुक्त पंचायत घोषित कर प्रमाण पत्र एवं महात्मा गांधी की मूर्ति भेंट की जाएगी। समय कम होने पर सभी यक्ष्मा कर्मचारियों को उन्होंने कुछ मानकों पर काम करने को कहा, जिसमें टीबी मुक्त पंचायत के लिए चयनित पंचायतों में 30 प्रति हजार से अधिक जांच, चयनित पंचायत में एक अथवा एक से कम टीबी मरीज मिलना, विगत तीन वर्ष में निबंधित मरीजों में 85% मरीज क्योर अथवा ट्रीटमेंट कंप्लीट होना, वर्तमान वर्ष में निबंध यक्ष्मा मरीजों का 60% रिफाम्पिसिन रेजिस्टेंट की स्थिति पता होनी चाहिए। वर्तमान वर्ष में निबंधित शत प्रतिशत यक्ष्मा मरीजों का निक्ष्य पोषण योजनान्तर्गत भुगतान सुनिश्चित होना चाहिए। इसके अलावे वर्तमान वर्ष में निबंधित शत प्रतिशत यक्ष्मा मरीजों को प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान अंतर्गत न्यूट्रीशनल सपोर्ट प्राप्त होना चाहिए।
जिला जांच टीम का होगा गठन:
डॉ जावेद द्वारा बताया गया कि उक्त कार्यों के ससमय निष्पादन हेतु सिविल सर्जन सीतामढ़ी के अध्यक्षता में जिला जांच टीम का गठन किया जाना है जिसमें जिला पंचायती राज पदाधिकारी, प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी, जिला अस्पताल से चिकित्सा पदाधिकारी, राज्य स्तर के प्रतिनिधि तथा संयोजक के रूप में जिला यक्ष्मा पदाधिकारी सीतामढ़ी रहेंगे जो क्षेत्र में भ्रमण कर कर टीबी मुक्त पंचायत घोषित किए जाने हेतु किए गए दावों की पड़ताल कर अपना प्रतिवेदन भारत सरकार को भेजेंगे। मौके पर डॉ शगुफ्ता सोमी चिकित्सा पदाधिकारी, डीईओ सह लेखापाल रंजन शरण, डीपीसी रंजय कुमार, एलटी शमीम आजाद एवं जिले के सभी वरीय यक्ष्मा पर्यवेक्षक उपस्थित थे।
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