- बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, छठ घाटों सहित अन्य सार्वजनिक स्थानों पर प्रतिनियुक्त किए जाएंगे टीकाकर्मी
- दूसरे राज्यों व पड़ोसी देश नेपाल से लौटने वाले बच्चों को पिलाई जाएगी दवा
मोतिहारी । जिले में 10 से 20 नवम्बर तक बच्चों को पोलियो से बचाव को पोलियोरोधी दवा पिलायी जाएगी। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के अपर कार्यपालक निदेशक द्वारा सभी जिलाधिकारियों को पत्र जारी किया गया है। उन्होंने निर्देशित किया है कि जिले में बाहरी राज्यों व पड़ोसी देश नेपाल से दीपावली व छठ पर्व में आने वाले बच्चों को पोलियोरोधी दवा पिलाने के लिए सभी बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, छठ घाटों सहित अन्य सार्वजनिक स्थानों पर टीकाकर्मियों को प्रतिनियुक्त किया जाए। इस सम्बन्ध में जिले के डीआईओ डॉ शरतचंद्र शर्मा ने बताया कि पूर्वी चम्पारण जिला के रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, छठ घाट, ट्रांजिट स्थलों पर 10 से 20 नवंबर तक पोलियो के विशेष दल द्वारा बिहार में बाहर के आने वाले 0 से 5 वर्ष के बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलायी जाएगी। उन्होंने बताया कि छठ पर्व के दौरान बिहार में राज्य के बाहर से परिवारों का आगमन होता है। जिससे जिले में पोलियो वायरस के आने की संभावना रहती है। अतः बिहार को पोलियो मुक्त बनाए रखने हेतु दीपावली एवं छठ पर्व के दौरान बाहर से आने वाले तथा बिहार से जाने वाले 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी। उन्होंने बताया कि जिलान्तर्गत आदापुर, अरेराज, चकिया, छौड़ादानों, चिरैया, ढाका, घोड़ासहन, केसरिया, मधुबन, मेहसी, मोतिहारी शहरी क्षेत्र, पहाड़पुर, पकड़ीदयाल, रामगढ़वा, रक्सौल, सुगौली, तुरकौलिया प्रखंड क्षेत्रों में चिह्नित रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, छठ घाटों पर कुल 83 ट्रांजिट स्थलों पर 10 से 20 नवंबर तक पोलियो के विशेष दल द्वारा 0 से 5 वर्ष तक के सभी बच्चों को प्रतिरक्षित ड्रॉप की खुराक पिलायी जाएगी।
बढ़ते मामलों को लेकर बरती जा रही है चौकसी:
पाकिस्तान जैसे पड़ोसी देश में हाल में पोलियो संक्रमण का मामला सामने आने के बाद पूरे देश में इसे लेकर विशेष चौकसी बरती जा रही है। गौरतलब है कि बिहार पोलियो मुक्त राज्य घोषित हो चुका है। बावजूद इसके दुनिया में कहीं भी पोलियो का वायरस मिलने के बाद बिहार सहित देश के अन्य हिस्सों में इसके प्रसार का खतरा बरकरार है। दीपावली एवं लोक आस्था का महापर्व छठ में बड़ी संख्या में बाहरी राज्यों में बसे लोगों का बिहार आगमन होता है। लिहाजा जिला सहित राज्य के अन्य हिस्सों में इसे लेकर विशेष एहतियात बरती जा रही है। जिले के सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार ने कहा कि बाहरी लोगों से आग्रह है कि स्वास्थ्य कर्मियों को सहयोग करें एवं अपने बच्चे को पोलियो की दवा अवश्य पिलाएं।