- 14 प्रखंडों के 79 गांवों में होगा सिंथेटिक पॉयरेथॉइराइड का छिड़काव
- इस वर्ष कालाजार के पांच मरीज हुए हैं चिन्हित
सीतामढ़ी। कालाजार उन्मुलित जिला के यथास्थिति को बनाए रखने के लिए 10 अगस्त से आईआरएस के द्वितीय चक्र की शुरुआत होगी। जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ रविन्द्र कुमार यादव ने बताया कि आईआरएस के द्वितीय चक्र में 14 प्रखण्डों के 79 कालाजार प्रभावित गाँवों के सभी घरों में 38 दलों द्वारा 60 कार्य दिवस के अन्दर सिंथेटिक पॉयरेथॉइराइड का छिड़काव कराने का लक्ष्य है। इसके लिए दो श्रेष्ठ क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं को दो दिवसीय प्रशिक्षण भी दे दिया गया है।
विदित हो कि सीतामढ़ी जिला के सभी प्रखण्डों ने मानक के अनुरूप कालाजार उन्मूलन ( प्रखण्ड स्तर पर प्रति दस हजार की आबादी पर एक से कम मरीज) का लक्ष्य वर्ष 2018 मे ही प्राप्त कर लिया है, और अब यह जिला उन्मूलन की स्थिति को बरकरार रखते हुए शून्य कालाजार की ओर बढ़ रहा है। पिछले वर्ष 2022 में कालाजार के 17 मरीज प्रतिवेदित हुए थे। इस वर्ष 2023 मे अबतक मात्र 5 कालाजार के मरीज मिले हैं जिनका ईलाज पूरा हो चुका है।
छिड़काव के साथ साथ दलों द्वारा कालाजार मरीजो की खोज भी की जायेगी और ग्रामीणों को कालाजार, मलेरिया, डेंगू, मस्तिष्क ज्वर तथा फाईलेरिया आदि से बचाव की जानकारी भी दी जायेगी।
जिला भीबीडी नियंत्रण पदाधिकारी डा रवीन्द्र कुमार यादव ने बताया कि सभी प्रभावित गाँवों के शत प्रतिशत घरों मे गुणवत्तापूर्ण छिड़काव हमारा लक्ष्य है और इसके लिए ग्रामीणों एवं जनप्रतिनिधियों का सहयोग अपेक्षित है।
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