अशोक वर्मा
बेतिया : राम लखन सिंह यादव महाविद्यालय हिंदी विभाग द्वारा आयोजित साहित्यिक संगोष्ठी सह कवि सम्मेलन एवं पुस्तक विमोचन कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य प्रोफ़ेसर राजेश्वर प्रसाद यादव ने की ।
रविवार की संध्या आयोजित उक्त साहित्य कार्यक्रम में कवि चंद्रिका राम लिखित कविता संग्रह आखिर कब तक का लोकार्पण अतिथि गणों के हाथों किया गया। संगोष्ठी का विषय था: ‘आज की कविता में प्रेम, प्रतिरोध और संघर्ष के स्वर ‘ आज की कविता अपने समय और समाज के सच को सामने रखते हुए अंतिम जन से सीधा संवाद कर रही है और अपने परिवेश पर व्यापक प्रभाव डाल रही है! उक्त बातें संगोष्ठी के मुख्य वक्ता प्रोफेसर मृगेंद्र भारद्वाज ने कही । अध्यक्षीय वक्तव्य में प्राचार्य ने कहा कि, आज की कविता के प्रभावों और विस्तार का मूल्यांकन करने हेतु ‘आज की कविता में प्रेम, प्रतिरोध और संघर्ष के स्वर’ विषय का समाहित होना आवश्यक है। वैचारिक संगोष्ठी सह कवि-गोष्ठी मे समकालीन कविता के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान बना चुके महत्त्वपूर्ण कवियों ने काव्य-पाठ किया साथ ही, बेतिया के प्रखर युवा कवि चंन्द्रिका राम की दूसरी काव्य-पुस्तक ‘आखिर कब तक?’ का लोकार्पण किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रंजिता सिंह ‘फलक’सुप्रसिद्ध कवि दिल्ली संपादक – कवि-कुंभ,थी विशिष्ट अतिथि के रुप मे जागा राम शास्त्री,प्रदेश अध्यक्ष, भारतीय दलित साहित्य अकादेमी,मुख्य वक्ता प्रो०(डॉ०) मृगेंद्र कुमार हिंदी विभागाध्यक्ष, एम०एस० कॉलेज, मोतिहारी थे।
संगोष्ठी में भाग लेने वालों में डॉ० परमेश्वर भक्त,प्रो०आर०एन० यादव,पं० चतुर्भुज मिश्र ,पं० विजयनाथ तिवारी थे।
विशिष्ट अतिथि के रूप मे प्रो० सुरेंद्र केसरी (प्राचार्य,एम०जे०के०कॉलेज, बेतिया), डॉ० शैल कुमारी वर्मा (हिंदी विभागाध्यक्ष, एम०जे०के०कॉलेज, बेतिया), प्रो० संत साह, (हिंदी विभागाध्यक्ष, जीवछ कॉलेज, मोतीपुर ), डॉ० पवन कुमार, डॉ० सुनील कुमार, डॉ०राजेन्द्र कुमार, डॉ० शशिकांत यादव, मधुकर वनमाली, डॉ० प्रीति प्रकाश, डॉ० दुर्वादल भट्टाचार्य, डॉ० दशरथ राम, डॉ० रौशनी विश्वकर्मा, डॉ० संदीप कुमार सिंह, डॉ० राजेश कुमार चंदेल, डॉ० अंशिता शुक्ला, डॉ० अवनीश कुमार मिश्र, डॉ० छोटेलाल गुप्ता, डॉ० पंकज राय, डॉ० राजेश्वर कुमार, डॉ० संदीप कुमार, डॉ॰ गोरख प्रसाद मस्ताना , डॉ०जफर इमाम जफर ,डॉ० दिवाकर राय, सुरेश गुप्त, संजय पाण्डेय, अरुण गोपाल , डॉ० ज्ञानेश्वर गुंजन , जयकिशोर जय , मुनींद्र कुमार मिश्र, अविनाश पाण्डेय , कमलेश कुमार , श्याम श्रवण, सुशील कुमार , अंजनी अपूर्वा, शालिनी रंजन, संज्ञा श्रीवास्तव, तहरीम फातिमा, शमी बरनवाल, स्वाति वरनवाल एवं समस्त सजग कवि बंधु थे।कार्यक्रम संयोजक डॉ०भोला प्रसाद यादव,डॉ० संजय कुमार डॉ० विनय कुमार सिंह एवं सहसंयोजक अतूलआजाद, ज्योति शंकर गिरी थे।
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