- लोकसभा निर्वाचन की तैयारियों की सभी सहायक निर्वाची पदाधिकारियों के साथ जिलाधिकारी ने की समीक्षा।
मोतिहारी। समाहरणालय स्थित डॉ राधाकृष्णन सभागार में जिला के सभी अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सहायक निर्वाची पदाधिकारी एवं सहायक निर्वाची पदाधिकारी रीगा, शिवहर एवं बेलसंड के साथ लोकसभा आम निर्वाचन की तैयारी की समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी ने बताया कि पूर्वी चंपारण जिला को 100 से अधिक कंपनी केंद्रीय पैरामिलिट्री फोर्स मिल रहा है जिससे मतदान के दिन समानुपातिक रूप से जिला के सभी मतदान केंद्र को आच्छादित किया जाएगा। जिला में कुल 3498 मतदान केंद्र बनाए गए हैं जो 1885 भवन में स्थित हैं ।मतदान केंद्र के सभी 1885 भवनों पर सीपीएमएफ की प्रतिनियुक्ति की जाएगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि इस बार पीसीसीपी नहीं है उसका कार्य सेक्टर दंडाधिकारी करेंगे। जिला के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए लगभग 35 सेक्टर और इतने ही क्लस्टर पॉइंट बनाए गए हैं। प्रत्येक क्लस्टर में 7 से 10 मतदान केंद्र हैं। मतदान केंद्र पर सेक्टर दंडाधिकारी के साथ ही पोलिंग पार्टी भी जाएगी। डिस्पैच सेंटर से मतदान केंद्र तक ईवीएम पूर्ण सुरक्षा में ले जाया जाएगा। प्रत्येक सेक्टर के लिए एक पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनिधि की जाएगी जो पैरामिलिट्री फोर्स के साथ ईवीएम का एस्कॉर्ट करेंगे। मतदान केंद्र के लिए प्रतिनियुक्त फोर्स मतदान केंद्र पर पोलिंग पार्टी के पहुंचने से पहले पहुंच जाएगी। इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश जिला के सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को दिया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि मतदान कर्मियों का रैंडमाइजेशन मतदान के तीन दिन पहले किया जाएगा जिसके आधार पर उनकी ड्यूटी विधानसभावार लगेगी। मतदान के दो दिन पहले पोलिंग पार्टी का मिलान डिस्पैच सेंटर पर कराया जाएगा एवं वहीं उन्हें मतदान केंद्र आवंटित किया जाएगा जो रेंडमाइजेशन के आधार पर निर्धारित होगा। डिस्पैच सेंटर पर ही पोलिंग पार्टी और मतदान केंद्र के लिए प्रतिनियुक्ति फोर्स का भी मिलान कराया जाएगा। पैरा मिलिट्री फोर्स के कंपनी कमांडर के साथ बैठक कर उन्हें निर्वाचन आयोग के गाइडलाइंस की जानकारी दी जाएगी। मतदान के एक दिन पहले पोलिंग पार्टी, मिलिट्री फोर्स और जवान मतदान केंद्र पर पहुंचेंगे।
डिस्पैच सेंटर से ईवीएम का एक बार उठाव हो जाने के बाद उसे क्लस्टर पॉइंट या मतदान केंद्र के अलावे कहीं और नहीं रखा जाना है। ईवीएम प्रोटोकॉल पूर्ण से लागू कराने का निर्देश दिया गया। इसमें कोई भी चूक या शिथिलता पाई जाने पर कार्रवाई बिल्कुल तय है। जिलाधिकारी के द्वारा विधानसभावार चिन्हित किए गए क्लस्टर का नाम, वहां से दुरुस्त मतदान केंद्र का नाम और उसकी दूरी तथा क्लस्टर पॉइंट से क्रमवार मतदान केंद्र की सूची की मांग सभी सहायक निर्वाची पदाधिकारी से की गई।
जिलाधिकारी ने कहा कि मतदान के दिन प्रत्येक मतदान केंद्र पर किए जाने वाले कार्यों का चेक लिस्ट बनवाया जा रहा है जिससे स्पष्ट हो जाएगा कि मॉक पोल से लेकर पोलिंग की समाप्ति तक कौन सा कार्य कब करना है। बैठक में उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, नगर आयुक्त एवं उप निर्वाचन पदाधिकारी भी उपस्थित थे।
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