अशोक वर्मा
मोतिहारी : जिलाधिकारी -सह- अध्यक्ष , जिला स्वास्थ्य समिति , मोतिहारी की अध्यक्षता में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम एवं एमडीए प्रोग्राम 2024 के सफल आयोजन हेतु स्वास्थ्य विभाग के तत्वाधान में जिला समन्वयक समिति की बैठक आयोजित की गई।
जिलेभर में फाइलेरिया मुक्ति अभियान 04 जनवरी 2024 से जिले के 23 प्रखंडो में चलेगा नाईट ब्लड सर्वें ।
10 फ़रवरी 2024 से सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम की होगी शुरुआत ।
कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु माइक्रोप्लान के अनुसार समाज सेवी संस्थाओ,आईसीडीएस विभाग , जीविका, पंचायती राज, शिक्षा विभाग, अंजुमन इस्लामिया, ग्रामीण कार्य विभाग ,कृषि विभाग, बैंकिंग एवं अन्य सभी विभागों के अधिकारियों को 04 जनवरी से शरू हो रहे नाईट ब्लड सर्वें के साथ 10 फ़रवरी से शुरू हो रहे सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम में सहयोग करने का निर्देश दिया है।
जिलाधिकारी ने कहा कि फाइलेरिया (हाथी पाँव) रोग से बचाव को निर्धारित आयु वर्ग के लोगों को जागरूक करते हुए सर्वजन दवा का सेवन करना जरूरी है। सभी सहयोगी विभाग व्यापक प्रचार प्रसार करते हुए सवर्जन दवा का खुराक हर व्यक्ति को खिलाना सुनिश्चित करेंगे । उन्होंने कहा कि विभाग के सभी कर्मचारियों को एमडीए कार्यक्रम के दौरान फलेरिया रोधी दवा जरूर खानी चाहिए और परिवार के साथ-साथ समाज में दूसरों को भी दवा खाने हेतु प्रेरित करेंगे ।
सिविल सर्जन, मोतिहारी ने बताया की 2 वर्ष से ऊपर सभी स्वस्थ एवं योग्य व्यक्ति को डीइसी एवं एल्बेंडाजोल की दवा आशा, आशा फैसिलिटेटर एवं वॉलिंटियर्स के द्वारा खिलाया जाएगा । उन्होंने बताया कि दवा खिलाने के बाद यदि बुखार या सिर में दर्द होता है ,तो घबराएं नहीं, उन्हें पेरासिटामोल की एक खुराक खिलाएं ।
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी ने बताया कि जिले भर में 23 प्रखंडो में नाइट ब्लड सर्वे कार्यक्रम चलाया जाएगा, जिसमें स्थानीय क्षेत्र के आशा, जीविका दीदियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता,मुखिया, सरपंच व जनप्रतिनिधि लोगों के बीच जाकर जन जागरूकता हेतु सहयोग करेंगे।उन्होंने बताया कि हाथी पाँव ठीक नहीं होने वाला रोग है इससे बचाव ही इसका निदान है। डॉ शर्मा ने पीपीटी के माध्यम से बताया कि
फाइलेरिया के परजीवी की खोज हेतु रात्रि 8:30 से 12 बजे तक रैंडम व सेंटिनल साइटों पर नाइट ब्लड सर्वे कार्यक्रम संचालित होगा।उसके बाद पॉजिटिव लोगों को 12 दिनों तक दवा खिलाई जाएगी। उन्होंने बताया कि जिले में हाइड्रोसिल फाइलेरिया के मरीजों की जाँच व ऑपरेशन की व्यवस्था की जाएगी, वहीँ हाथी पाँव के मरीजों के लिए एमएमडीपी किट उपलब्ध कराने के साथ ही उन्हें व्यायाम,साफ -सफाई के तौर तरीके बताए जाएंगे।
28